गोरखपुर (ब्यूरो)। बता दें, महेसरा में नगर निगम की जमीन पर इलेक्ट्रिक बस स्टेशन बनाया गया है। बारिश के दिनों में जलभराव हो जाता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 24 जून को 'महोदय! चार्जिंग स्टेशन को डूबने से बचा लीजिएÓ खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद निगम प्रशासन हरकत में आया। महेसरा की स्थिति को देखते हुए नगर आयुक्त ने इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन के चारों तरफ तत्काल मिट्टी व सिल्ट से बांध बनाने के लिए चीफ इंजीनियर सुरेश चंद, एई शैलेष कुमार, अवर अभियंता अवनीश भारती को निर्देशित किया। उन्होंने कहा, बांध बन जाने से इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन में जलभराव नहीं होगा ओर बसें सड़क पर निकल सकेंगी।

नंदानगर में इलेक्ट्रिक बस पर पत्थर मार शीशा तोड़ा

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त से डिपो मैनेजर केके मिश्रा ने बताया कि पिछले दो दिनों से लगातार नंदानगर में दो बसों पर अराजक तत्वों की ओर से पत्थर मारकर बसों का शीशा तोड़ दिया गया है। नगर आयुक्त ने एसपी सिटी से फोन पर बातचीत कर अराजक तत्वों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

जल्द सिटी में दौड़ेंगी कुल 27 इलेक्ट्रिक बसें, सीएम दिखाएंगे हरी झंडी

नगर आयुक्त को निरीक्षण के दौरान इलेक्ट्रिक बस स्टेशन पर टूरिस्ट बस मिलीं। नगर आयुक्त ने टूरिस्ट बस को स्वयं चलाकर देखा। उन्होंने कहा कि महानगर के लोगों की ओर से इलेक्ट्रिक बसों को काफी पसंद किया जा रहा है। इसको देखते दो इलेक्ट्रिक टूरिस्ट बस के अलावा नगर निगम की 10 अन्य बसें भी गोरखपुर आ चुकी हैं। इन सभी बसों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया चल रही है। इसके पूरा हो जाने के बाद सीएम सभी 27 बसों को हरी झंडी दिखाकर शहर के पब्लिक को यातायात के लिए दिया जाएगा।

इलेक्ट्रिक बसों से 1.57 करोड़ की कमाई

नगर आयुक्त ने मौके पर मैनेजर केके मिश्रा से बसों से की गई आमदनी से जानकारी मांगी। इलेक्ट्रिक बसों से अभी तक कुल 1.57 करोड़ रुपए की कमाई की गई है।

कूड़ा डंपिंग स्थल का भी इंस्पेक्शन

शुक्रवार को नगर आयुक्त ने इलेक्ट्रिक बस स्टेशन के अलावा कूड़ा डंपिंग स्थल का भी निरीक्षण किया। नगर आयुक्त ने नगर निगम की ओर से पूर्व में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए बनवाए गए कार्यालय व कूड़ा शार्टिंग मशीनों को एमआरएफ सेंटर पर लाने तथा कार्यालय पर बनाए गए टीन शेड को हटाकर कान्हा उपवन में मवेशियों के लिए लगाने का निर्देश दिया।