-यूनिवर्सिटी ने जारी कर दी थी गलत आंसर की

-डीडीयू की गलत आंसर की से घबराए कैंडिडेट

-बीकॉम एंट्रेंस एग्जाम के बाद जारी की गई थी गलत आंसर की

-कैंडिडेट की आई कॉल तो जागा यूनिवर्सिटी प्रशासन

GORAKHPUR: खुद की जीवनी लिखना मतलब 'ऑटोबॉयोग्राफी' (आत्मकथा ) होता है। लेकिन गोरखपुर यूनिवर्सिटी ने इसका आंसर 'बॉयोग्राफी' (जीवनी) जारी कर दिया था। इसी तरह करूण रस का स्थायी भाव 'शोक' होता है। जबकि डीडीयू प्रशासन ने इसका आंसर 'भय' दे दिया। इंटरनेट का अविष्कार राबर्ट ई-कान और विंट सेर्फ ने किया था। यहां यूनिवर्सिटी ने इसका आंसर फिलिप डाईहाल दे दिया। इसी तरह कुचिपूड़ी नृत्य आंध्र प्रदेश का है लेकिन यूनिवर्सिटी ने इसका भी गलत जवाब असम आंसर की में दिया। जिसे देख गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एडमिशन का ख्वॉब संजोए बच्चों की सांसे थम गई। गुरूवार को बीकॉम एंट्रेंस एग्जाम के बाद शाम को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आंसर की जारी की। जिसमें करीब 20-25 क्वेश्चन के आंसर गलत शो कर रहे थे। जिसे देखकर एंट्रेंस देने वाले कैंडिडेट्स को होश उड़ गए और वे यूनिवर्सिटी प्रशासन को फोन करने लगे।

यूनिवर्सिटी ने इरेज की आंसर की

एग्जाम कोआर्डिनेटर प्रो। राजवंत राव ने बताया कि बीकॉम के एंट्रेंस के बाद उसकी आंसर की वेबसाइट पर डाल दी गई थी। शाम को बच्चों को अचानक फोन आने शुरू हुए तो इसकी जानकारी हम लोगों को भी हुई। उन्होंने बताया कि एग्जाम में एक ही क्वेश्चन पेपर के चार तरह के सेट होते हैं। क्वेश्चन सबमें एक ही होते हैं लेकिन उनका क्रम अलग-अलग होता है। अब इन चार सेट क्वेश्चन पेपर के अलग-अलग आंसर की जारी होते है तो बच्चा आसानी से मिला लेता। उसका मास्टर की तो अपलोड हो गया। लेकिन ऑपरेटर की चुक की वजह से थोड़ी प्राब्लम आई है।

शुक्रवार को जारी हुआ दूसरा आंसर की

प्रो। राजवंत ने बताया कि शुक्रवार को दूसरा आंसर की जारी कर दिया गया है। अभी सभी के चारो सेट वेबसाइट पर शो कर रहे हैं। कैंडिडेट अब आंसर की से अपनी बुकलेट मिला सकता है।

आपत्ति दर्ज करा सकते हैं कैंडिडेट

इस बार यूनिवर्सिटी एंट्रेंस देने के बाद आंसर की जारी किया जा रहा है। डीडीयू की वेबसाइट पर आंसर की जारी होगी जिसे देखकर 24 घंटे के अंदर कैंडिडेट क्वेश्चन या आंसर के बारे में आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। लेकिन गुरूवार को बीकॉम एंट्रेंस के बाद जो आंसर की जारी हुई वहीं गलत निकली। जिससे सभी कैंडिडेट परेशान हो गए। बता दें गुरूवार को बीकॉम में 5049 कैंडिडेट रजिस्टर्ड थे जिसमें से एग्जाम में 3922 प्रेजेंट रहे।

कैंडिडेट की कॉल आई तो इसकी जानकारी हुई। क्वेश्चन पेपर के चार सेट होते हैं। चारों में एक ही तरह के क्वेश्चन होते हैं लेकिन उनका क्रम अलग-अलग होता है। इसलिए ये दिक्कत आई है। शुक्रवार को दूसरी आंसर की अपलोड कर दी गई है।

प्रो। राजवंत राव, कोआर्डिनेटर, एंट्रेंस एग्जाम