गोरखपुर (ब्यूरो)। वीसी प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि एमओयू के तहत त्रिभुवन यूनिवर्सिटी के साथ ज्वॉइंट डिग्री प्रोग्राम और स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम को लेकर सहमति बन गई है।

नेपाल जाएंगे स्टूडेंट्स

प्रो। टंडन ने बताया कि इससे नेपाल के स्टूडेंट्स के गोरखपुर यूनिवर्सिटी में अधिक से अधिक आने का माहौल बनेगा। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स भी अपनी स्टडी और रिसर्च की क्वालिटी बढ़ाने के लिए नेपाल जा सकेंगे। यूनिवर्सिटी के 42वें कॉन्वोकेशन में सोमवार को त्रिभुवन यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर लाल बाबू, गोङ्क्षवद और सुदीप वागले को पीएचडी की डिग्री कुलाधिपति के हाथों प्रदान की गई थी।

इंटरनेशनल रिलेशंस को मजबूत करना

वीसी ने बताया कि यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल सेल को दो-दो प्राथमिकताएं निर्धारित की गई हैं। पहली यह कि पड़ोसी देश के साथ शैक्षिक रिश्तों को मजबूत करना और दूसरा गिरमिटिया देशों फिजी, सूरीनाम, गुयाना, मारिशस, त्रिनिदाद एंड टोबैगा के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है। उन्होंने बताया कि इन सभी सभी देशों के उच्च शिक्षण संस्थान से अनुबंध के लिए बातचीत की जा रही है। वहां के लोग भारत से बहुत लगाव रखते हैं। वीसी ने बताया कि गोरखपुर यूनिवर्सिटी विदेश मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए 'नो इंडिया प्रोग्रामÓ में भी हिस्सा लेगी।