गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।परिषदीय स्कूलों के टीचर्स को बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए समय-समय पर ट्रेंड किया जाता है। यह ट्रेनिंग डायट पर ही आयोजित होता है। भविष्य में टीचर्स को डिजिटल ट्रेनिंग देने के लिए योजना पर कार्य चल रहा है। इसी के तहत डायट को सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है। योजना के तहत चयनित डायट पर बिजली के साथ-साथ फर्नीचर, फोटो कापी मशीन, स्टेशनरी व शिक्षकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

दी जाएगी टेक्निकल ट्रेनिंग

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने के बाद शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) का प्रयोग कर सकेंगे। इससे बच्चों की अधिगम क्षमता में सुधार होगा। अत्याधुनिक रूप से विकसित होने के बाद शिक्षण कार्य कर रहे टीचर, प्रधानाध्यापक तकनीकी रूप से टें्रड हो सकेंगे।

सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने के लिए डायट गोरखपुर को चयन किया गया है। इससे टीचर्स को क्वालिटी युक्त ट्रेनिंग मिलेगी। जिसका प्रयोग वह छात्रों को बेहतर शिक्षा देने में कर सकेंगे। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया है।

- जय प्रकाश, प्राचार्य, डायट