-टेराकोटा के दिए से चमकेगा शहर

-स्कूल्स में भी बच्चों को टेराकोटा से जुड़े मिले होमवर्क

-कई स्कूलों में चलती है टेराकोटा की क्लास

GORAKHPUR: इस दिवाली गोरखपुराइट्स टेराकोटा उत्पादों की तरफ अधिक अट्रैक्ट हो रहे हैं। इससे टेराकोटा उत्पाद से बाजार गुलजार हैं। मार्केट में जिसकी भी नजर इस पर पड़ रही है वह इसको खरीदे बिना नहीं रह पा रहा। टेराकोटा उत्पादों की दुकानें असुरन, इंदिरा किंडर गार्डन, मोहद्दीपुर, चरगावां, मेडिकल कॉलेज, गोरखनाथ आदि स्थानों पर सजी है। दुकानदारों की मानें तो पिछले साल के मुकाबले इस बार ज्यादा कस्टमर्स आ रहे हैं।

स्कूल में टेराकोटा की क्लास

सिटी के गांधी गली स्थित स्कूल में टेराकोटा को बढ़ावा देने के लिए सप्ताह में एक दिन प्रैक्टिक्ल क्लास भी चलाई जाती है। प्रिंसिपल रूचि अरोरा ने बताया कि नवंबर में टेरोकोटा उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए स्कूल में कार्यशाला का आयोजन किया जाना है, जिसमें कलाकार बच्चों टेरोकोटा बनाने का तरीका बताएंगे।

स्कूल में होमवर्क में टेराकोटा

शहर के एक स्कूल में इस बार छुट्टियों में बच्चों को होम वर्क में टेराकोटा से संबंधित होम वर्क दिए गए हैं। ताकि बच्चे दिवाली में इसके महत्व को जान सके।

टेराकोटा पर मेहरबान कस्टमर्स

शनिवार को छोटी दिवाली के दिन भी शहर के मुख्य चौराहों गोलघर, रेती चौक, असुरन, गोरखनाथ, बरगदवा, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, बेतियाहाता स्थित सभी दुकानें ग्राहकों से गुलजार रहीं। एक दुकानदार ने कहा बताया कि कस्टमर्स पिछले साल की तुलना में इस साल टेराकोटा के अधिक उत्पाद खरीद रहे हैं। मार्केट में 50-2500 रुपये तक के विभिन्न टेराकोटा उत्पाद बेचे जा रहे हैं।

दीयों से सजेंगे घर

दीपावली पर्व पर मिट्टी के दीयों की दुकानें सजी हैं। असुरन के एक दुकानदार ने कहना है कि मिट्टी से बने सामान की बिक्री पिछले साल की तुलना में अधिक है। इलेक्ट्रानिक झालरों के बजाय लोग मिट्टी के बने दीया, कोसा, बेल, भोपू, कोसी, घोड़ी आदि की खरीदारी कर रहे हैं।