गोरखपुर (ब्यूरो)।साथ ही संबंधित विभाग पल-पल के रिपोर्ट के लिए फोटोग्राफ-वीडियो डीडीएमए वॉट्सएप ग्रुप पर अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए भी निर्देशित किया गया है।

डीएम ने सभी को सौंपी जिम्मेदारी

डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया कि नदियों में कोई भी युवक या बच्चे नदी घाट किनारे न जाएं और पैरेंट्स विशेष रूप से बच्चों का ध्यान रखें। इसके लिए सीडीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। वहीं बंधों के निगरानी के लिए रेन कट्स, मिट्टïी धसान व अन्य किसी प्रकार के कटान व क्षति की तुरंत मरम्मत के लिए अधिशासी अभियंता, बाढ़ खंड नोडल एवं प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग को लगाया गया है। सभी बाढ़ सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित कर सर्पदंश, वज्रपात एवं आंधी-तूफान के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों पर चर्चा करने के लिए सीडीओ सभी एसडीएम व अधिशासी अभियंता से बात करेंगे। नाव संचालित घाटों पर विशेष सतर्कता बरती जाए।

सेफ्टी किट से लैस होंगे गोताखोर

तहसील को उपलब्ध कराए गए नाविक एवं गोताखोर सेफ्टी किट अनिवार्य रुप से नाव पर उपलब्ध कराए गए नाविक एवं गोताखोर सेफ्टी किट अनिवार्य रूप से नाव पर उपलब्ध रहें। इसके लिए एसएसपी व सभी एसडीएम को जिम्मेदारी सौंपी गई हैै। सभी पीएचसी-सीएचसी पर एंटी स्नेक वेनम अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही संक्रामक बीमारियों व अन्य बीमारियों से बाचव के लिए दवाओं की उपलब्धता बनी रहे। इसके लिए सीएमओ को जिम्मेदारी दी गई हैैं। पशुओं का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराया जाए और आवश्यक दवाओं का भंडारण व चारे की व्यवस्था पूर्व से ही सुनिश्चित कर ली जाए। इसके लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को मानिटिरिंग के लिए लगाया गया है। नगरीय क्षेत्र के जल जमाव वाले क्षेत्रों मेें जल निकासी की समुचित व्यवस्था होगी। इसकी जिम्मेदारी नगर आयुक्त की होगी।