गोरखपुर (अमरेंद्र पांडेय)।Heart Attack Symptoms: कई बार लोग हार्ट प्रॉब्लम को गैस का दर्द मानकर इग्नोर कर देते हैं, जिससे घातक परिणाम हो सकते हैं।


केस 1
राप्तीनगर निवासी ओमप्रकाश (63) को अचानक से दिल का दौरा पड़ा, लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह हार्ट अटैक का पहला दौरा था, उन्हें लगा कि गैस सीने में चढ़ गई है, लेकिन काफी देर तक जब वे असहनीय दर्द से परेशान रहे तो परिजन उन्हें डॉक्टर के पास ले गए, डाक्टर ने उन्हें जांच के बाद कार्डियोलाजिस्ट के पास ले जाने की सलाह दी। कार्डियोलाजिस्ट ने उन्हें हार्ट अटैक का पहला झटका लगना बताया और माइनर ऑपरेशन हार्ट में किया। तब जाकर सुधार हुआ।


केस 2
आजाद नगर निवासी अखिलेश (47) को शुगर है। लेकिन उन्हें सुबह के वक्त अचानक से सीने में तेज दर्द उठा। वह सुबह उठकर बेड टी ले चुके थे। उन्हें लगा कि एसिडिटी की वजह से ऐसा हो रहा है, लेकिन उनके सीने में काफी देर तक दर्द बना रहा। उन्होंने जिला अस्पताल के ह्दय रोग विभाग में जब कार्डियोलाजिस्ट को दिखाया तो डॉक्टर ने उनकी ईसीजी कराई। पता चला कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है। वह भी पहला झटका था, फिर उन्होंने प्रिकॉशन लेना शुरू किया।
यह दो केस बानगी भर हैं। ऐसे केसेज जिला अस्पताल के ह्दय रोग विभाग व बीआरडी मेडिकल कॉलेज के ह्दय रोग विभाग में तेजी के साथ आ रहे हैैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कार्डियोलाजिस्ट डॉ। कुनाल सिंह बताते हैैं कि हार्ट अटैक के पहले जिस प्रकार का दर्द सीने में होता है। उसे इग्नोर नहीं किया जा सकता। इसलिए गैस के दर्द में और हार्ट के पास एनजाइना के दर्द में अंतर होता है। ऐसे पेशेंट्स की भरमार है। प्रतिदिन करीब 120-150 पेशेंट डेली आते हैैं। जिला अस्पताल के कार्डियोलाजिस्ट डॉ। रोहित गुप्ता ने बताया, प्रतिदिन 70-80 पेशेंट सीने में दर्द की समस्या लिए आते हैैं। ईसीजी जांच में पता चलता है कि उन्हें हार्ट की प्रॉब्लम है।


डॉक्टर की सलाह पर कराएं जांच
सीनियर कॉर्डियोलाजिस्ट डॉ। नवनीत जयपुरियार ने बताया, आज की डेट में 35-40 वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को अपने हार्ट का चेकअप करवाना चाहिए। जिस प्रकार से हार्ट अटैक के केसेज बढ़े हैैं। उनमें यह देखा गया है कि गैस सीने पर चढऩे के कारण मरीज अक्सर गैस्ट्रो एक्सपर्ट के पास पहुंच जाते हैैं। जबकि सीने में दर्द होने पर उन्हें कार्डियोलाजिस्ट के परामर्श पर जांच जरूर करवा लेना चाहिए। खासतौर पर वे लोग जो स्मोकिंग करते हैैं या फिर जो बीपी, शुगर के मरीज हैैं या फिर उनके घर में पहले से कोई हार्ट का रोगी रहा हो। सीने में दर्द होने पर इसे हार्ट अटैक या मायोकार्डियल इंफारक्शन कहते हैैं। जो घातक होता है।


पहचानने में करते हैैं गलती
कार्डियोलाजिस्ट डॉ। रोहित गुप्ता ने बताया, चेस्ट पेन, सांस लेने में परेशानी, पसीना आना और घबराहट महसूस होना कुछ ऐसे लक्षण हैं, जो गैस की वजह से भी हो सकते हैं। गैस के दर्द और हार्ट अटैक के लक्षणों में काफी अंतर होता है। लोग अक्सर इसे पहचानने में गलती कर देते हैं। कभी-कभी हार्ट अटैक और चेस्ट में होने वाले दर्द के बीच के अंतर को बता पाना मुश्किल हो जाता है। हार्ट अटैक का दर्द चेस्ट के बिल्कुल बीच में होता है और गैस के दर्द में चेस्ट में लेफ्ट साइड तेज दर्द व दबाव होता है।


क्या है हार्ट अटैक
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। नवनीत जयपुरियार ने बताया, हार्ट अटैक कोरोनरी आर्टरी डिजीज की वजह से होता है। हार्ट की वेंस में प्रॉपर ब्लड न पहुंच पाने की वजह से दिक्कत होती है। हार्ट कार्टरेज में ब्लॉकेज होने की वजह से हार्ट फंक्शन स्लो हो जाता है और धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है। हार्ट अटैक अचानक आता है, जिस वजह से कई बार व्यक्ति को संभलने का मौका भी नहीं मिल पाता। इसे कार्डियक अरेस्ट भी कह सकते हैं।


गैस के दर्द और हार्ट अटैक में अंतर
- बीआरडी मेडिकल कालेज के कार्डियोलाजिस्ट डॉ। कुनाल सिंह ने बताया कि गैस के दर्द में और चेस्ट के दर्द जलन अधिक होती है। हार्ट अटैक में चेस्ट के बाईं ओर तेज दर्द महसूस होता है।
- गैस की दिक्कत खाली पेट या अधिक खाने की वजह से हो सकती है। वहीं हार्ट में प्रॉब्लम कार्टरेज में ब्लॉकेज की वजह से हो सकती है।
- गैस अधिक स्मोकिंग, चाय या कॉफी का अधिक सेवन की वजह से होती है और हार्ट अटैक हाई ब्लड प्रेशर, ओवर वेट और डायबिटीज के कारण ट्रिगर कर सकता है।


हार्ट अटैक के लक्षण
- भारीपन या दर्द महसूस होना
- चेस्ट के बाईं ओर तेज दर्द
- दोनों बाहों और गर्दन में दर्द
- ठंडा पसीना आना
- चक्कर आना
- सांस लेने में कठिनाई


गैस के दर्द के लक्षण
- पेट में दर्द
- पेट का फूलना
- सीने में जलन
- एसिड रिफ्लक्स
- चेस्ट में दर्द