गोरखपुर (ब्यूरो).हार्ट अटैक के केस गोरखपुर में भी बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में दिल की बीमारी के लगभग 100 पेशेंट डेली आते हैं। इसमें 4 से 5 पेशेंट रोजाना नए आ रहे हैं, जिनकी उम्र 30 से 40 साल के बीच है।

हार्ट अटैक के सिंप्टम्स

डॉक्टर्स के मुताबिक हार्ट अटैक के काफी सारे लक्षण हो सकते हैं। मगर इसमें से कुछ कॉमन हैं सीने में दर्द और भारीपन, बाएं हाथ में दर्द, घबराहट, सांस फूलना, बाईं ओर सीने में दर्द। अगर आपकी बॉडी में इनमें से कोई लक्षण दिख रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

ओवर एक्सरसाइज भी घातक

आज के मॉडर्न जमाने में हर युवा अपनी फिटनेस को बेहतर बनाने के लिए जिम में घंटों वर्कआउट करते हैं। इससे उनकी फिटनेस देखने में तो अच्छी हो जाती है मगर ज्यादा एक्सरसाइज से बीपी बढ़ जाता है। बॉडी रिलैक्स नही हो पाती, जिसकी वजह से हार्ट नॉर्मल से ज्यादा रेट से धड़कना शुरू कर देता है। ज्यादा वर्कआउट से बॉडी की इम्यूनिटी भी घटने लगती है।

इस घातक बीमारी के कुछ कारण

1. स्ट्रेस - बॉडी में स्ट्रेस अगर बढ़ जाए, तो डिप्रेशन जैसी सीरियस प्रॉब्लम को क्रिएट कर सकता है। डॉक्टर्स के मुताबिक अधिकतर मामलों में युवाओं को हार्ट अटैक स्ट्रेस की वजह से आता है।

2. अव्यवस्थित खानपान - आज के मॉडर्न और बिजी लाइफ स्टाइल के बीच अधिकतर युवा अपने खानपान को लेकर खास ध्यान नहीं देते हैं। कुछ लोग बाहर का या जंक फूड के शौकीन होते हैं। इस तरह के फूड की वजह से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। इससे हाई बीपी की समस्या पैदा होती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

3. भरपूर नींद ना लेना - आजकल के यूथ का खाने और सोने का कोई टाइम नहीं है। इसकी वजह से युवा भरपूर नींद नहीं ले पाते। यह गलती युवाओं को हार्ट का मरीज बना रही है।

4. नशीले पदार्थों का सेवन - शराब, तंबाकू और सिगरेट के सेवन से भी हार्ट पर काफी प्रभाव पड़ता है। युवा पीढ़ी में नशा करने की लत बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से इनमें हार्ट अटैक के केसेज बढ़ रहे हैं।

हार्ट अटैक से कैसे बचें

- एक टाइम टेबल बनाएं और उसको अच्छे से फॉलो करें।

- सुबह उठकर टहलने के लिए जाएं।

- डेली टाइम से योगा और व्यायाम करें।

- रात में 6 से 8 घंटे की भरपूर नींद लें।

- शुगर और बीपी को कंट्रोल में रखें।

आजकल यूथ में हार्ट अटैक के काफी केस देखने को मिल रहे हैं। असंतुलित लाइफ स्टाइल और स्ट्रेस इसका सबसे बड़ा कारण है। इससे बचने के लिए युवा एक डेली रूटीन को फॉलो करें और साथ ही भरपूर नींद लें। कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

डॉ। रोहित गुप्ता, कार्डियोलॉजिस्ट