गोरखपुर (ब्यूरो).फिलहाल टीम इस पूरे मामले की जांच में जुटी है। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारी के मुताबिक इन नशीली दवाइयों के काले कारोबार का हब गोरखपुर का भालोटिया मार्केट है। सूत्रों का दावा है कि यहां के दवा व्यापारी दो सगे भाई इस काले कारोबार से जुड़े हैं। जिनका शहर के ट्रांसपोर्टनगर सहित गीडा और संतकरीबनगर में दवाओं का डिपो है। इन्हीं डिपो में अन्य दवाइयों के साथ इन नशीली दवाईयों का काला कारोबार भी जोरों पर चल रहा है।

कैसीनों के शौकीन हैं दोनों भाई

सूत्रों का दावा है कि इस काले कोराबार के सौदागर दोनों भाई नेपाल में कैसीनों खेलने के बेहद शौकीन हैं। इस अवैध कारोबार की काली कमाई दोनों भाई, हर हफ्ते नेपाल जाकर अपने शौकों को पूरा करने के लिए उड़ाते हैं। फिलहाल टीम दोनों भाइयों और उनके पूरे कारोबार पर नजर बनाए हुए है। दरअसल, शनिवार की रात सहायक आयुक्त औषधि एजाज अहमद, सहायक आयुक्त बस्ती मंडल नरेश मोहन दीपक को मुखबिर से नशीली दवाओं के खेप की तस्करी और अवैध भंडारण की सूचना मिली। इसके बाद दोनों सहायक आयुक्त ने औषधि निरीक्षक जय सिंह, औषधि निरीक्षक महराजगंज शिव कुमार नायक, दीपक पांडेय और औषधि निरीक्षक देवरिया इंद्रेश त्रिपाठी को बुलाया। इसके बाद ड्रग विभाग की टीम सहजनवां के गीडा पहुंची। यहां दो कन्टेनर और एक डीसीएम में रखा 498 पेटी फेंसिडिल कफ सिरप बरामद किया। यह पश्चिम बंगाल के रास्ते पूर्वोत्तर के राज्यों में बेचने के लिए ले जाया जा रहा है। मौके पर गीडा पुलिस को बुलाकर वाहनों और उसमें शामिल 6 आरोपियों को थाने पर लाया गया।

ये हैं पकड़े गए आरोपी

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शंभू गुप्ता, गंगा सागर, गोलू, नबी रहमुल्लाह निवासी बिहार, हरिश्चंद्र गुप्ता, मुकेश मिश्रा निवासी गोरखपुर को अरेस्ट कर कोर्ट में पेश किया गया। मामले में अभियुक्तों के खिलाफ एनडीपीएस (स्वापक एवं मनुष्य प्रभावी अधिनियम 1985) के ड्रग आयुक्त एजाज अहमद की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। बरामद दवाइयों में फेंसेड्रिल सिरप, अल्प्राजोलम, कोडीन, ट्रामाडाल, लुबीजेसिक, पैंटोजेसिक की 900 पेटी दवाएं मिली हैं। इनमें 498 पेटी में 100 एमएल की 50000 बोतल सिर्फ फेंसिडिल को कफ सिरप बरामद हुई है। जिसकी कीमत बाजार में 2 करोड़ से अधिक बताई जा रही है।

3 साल में 750 करोड़ की दवाएं हुईं बरामद

24 जुलाई 2022 कोठीभार इलाके के सिसवा बाजार में एक गोदाम से छापामारी के दौरान 100 गत्ते के आसपास नशीली दवाओं का खेप बरामद हुई। इनकी कीमत 25 लाख रुपए थी। ये दवाइयां सिसवा के व्यापारी समृद्धि मेडिकल एजेंसी की थी।

3 अगस्त 2021 एसडीएम निचलौल ने जमुई कला गांव में बने गोदाम में छापा मारकर 686 करोड़ रुपए की दवा बरामद की थी। इन दवाओं में ज्यादातर नशे में प्रयोग होने वाली प्रतिबंधित दवाएं थीं। इस मामले में एक तस्कर को मौके से गिरफ्तार किया गया था।

6 जुलाई 2021 कोल्हुई थाना क्षेत्र के गुलहरिया गांव में अवैध रूप से चल रहे मेडिकल स्टोर से प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुई थीं।

28 फरवरी 2021 बरगदवा थाना क्षेत्र के असोगवा गांव में एसएसबी ने तस्करी के धंधे में लिप्त मुन्ना गौड़ के पास से भरी मात्रा में नशे में इस्तेमाल करने वाले इंजेक्शन और टैबलेट बरामद की थी। इसकी कीमत 55 हजार थी।

7 फरवरी 2021 सोनौली क्षेत्र के भगवानपुर में मीना मल्लाह के पास से 350 पीस न्यूफिन इंजेक्शन, 350 पीस डायजापाम टेबलेट और 350 पीस फिनेरगन इंजेक्शन बरामद हुआ था। गिरफ्तार महिला नेपाल की निवासी थी। इन दवाओं की कीमत 2 लाख थी।

6 फरवरी 2021 सोनौली के सुकरौली टोले पर एक घर मे तस्करी के लिए रखे गए 17 गत्ते में 4 लाख रुपए मूल्य की नशे की दवा और नकली स्टीकर बरामद हुए थे।

13 अगस्त 2019 सोनौली सीमा पर एक गोदाम में 36 बोरों में भरा हुआ 22 लाख का नशीली दवाओं का जखीरा बरामद हुआ था। इस मामले में मुख्य आरोपी नफीस सहित तीन लोग गिरफ्तार हुए थे।