गोरखपुर (ब्यूरो)। आरोप है कि इन लोगों ने शौचालय के 11.86 लाख रुपये का दुरुपयोग करके व्यक्तिगत हित में इस्तेमाल कर लिया। डीपीआरओ (जिला पंचायत राज अधिकारी) की जांच में इसकी पुष्टि हुई थी।

सरकारी धन के गबन का आरोप

सहायक विकास अधिकारी भटहट सुनील कुमार यादव ने गुलरिहा पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि करमहा बुजुर्ग गांव की पूर्व प्रधान गुड्डी देवी उनके पति मनोज मोदनवाल और इंडियन बैंक कर्मी पर सरकारी धन का गबन करने का आरोप लगा था। जिला पंचायत राज अधिकारी ने ग्राम निधि के खातों की जांच कराई तो पता चला कि आरोपितों ने 112 चेक का इस्तेमाल कर खाते से 11.86 लाख रुपये निकाला है। जिसका इस्तेमाल ग्राम विकास के किसी काम में न करते हुए व्यक्तिगत रुप से किया गया। तीन सदस्यीय कमेटी की जांच में गबन का मामला उजागर होने के बाद डीएम को जांच रिपोर्ट भेजी गई थी। 23 मई को जिलाधिकारी ने आरोपितों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि आरोपितो की तलाश की जा रही है।

चौपाल में हुई थी शिकायत :

22 सितंबर 2021 को करमहा बुजुर्ग गांव में आयोजित चौपाल लगी थी। जिसमें ग्रामीणों ने सीडीओ को पत्र देकर शौचालय के नाम पर फर्जी भुगतान कराए जाने की शिकायत की थी। अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि पंचायत का कार्यकाल 25 दिसंबर 2020 को समाप्त होने के बाद भी ग्राम निधि के खाते से प्रधान के हस्ताक्षर से रुपये का आहरण किया गया। जांच में पुष्टि होने पर डीएम ने मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया था।