- इसके पहले भी घर से निकल चुकी है युवती, बेटी के बयान को पिता ने खारिज किया

- समय से सूचना ना देने पर डीआईजी, एसएसपी ने जताई नाराजगी, फटकार लगाई

महराजगंज के श्यामदेउरवा इलाके से अगवा कर मानसिक रूप से कमजोर युवती के साथ पांच लोगों द्वारा गैंगरेप करने की घटना पुलिस की जांच में झूठी पाई गई है। पुलिस को युवती के पिता ने खिलकर दे दिया है कि बेटी की मानसिक स्थिति कमजोर है और अचानक दौरा पड़ने के बाद वह इस तरह की बातें करने लगती है। इसके पहले भी वह कई बार घर से इसी तरह निकल चुकी है। मानसिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से कपड़े निकालकर फेंक देती है। वहीं पुलिस ने जिन सीसी टीवी कैमरों को खंगाला है उसमे भी कुछ नहीं मिल सका है। उधर, समय से सूचना ना देने पर डीआईजी राजेश डी मोदक व एसएसपी गोरखपुर जोगेंद्र कुमार ने नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस को फटकार लगाई है।

हॉस्पिटल के बाहर मिली थी युवती

भटहट कस्बा के कुछ लोगों ने मंगलवार सुबह पुलिस को यह सूचना दी थी कि अर्द्धनग्न हाल में एक निजी अस्पताल के बाहर युवती को फेंक कर चले गए। उसके प्राइवेट पा‌र्ट्स से रक्तस्त्राव हो रहा है। यह सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और युवती को कपड़ा देने के साथ ही उसे अस्पताल पहुंचाया। मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग में दिखाया भी गया था और फिर आशा ज्योति केंद्र में रखने के साथ ही गुलरिहा पुलिस ने श्यादेउरवा का मामला होने की वजह से वहां की पुलिस को सूचना दे दी थी। सूचना पर वहां की पुलिस आई थी और शाम में युवती चली गई। इसके पहले युवती ने जो पुलिस को बयान दिया था उसमें गैंगरेप की बात कही थी, लेकिन पिता ने बताया कि मानसिक स्थिति कमजोर होने की वजह से वह ऐसा बोल रही है। उधर, महराजगंज पुलिस का कहना है कि पिता ने कोई तहरीर नहीं दी है, तहरीर दी होती तो केस दर्ज कर मेडिकल कराया जाता।

इस प्रकरण में महराजगंज पुलिस से भी संपर्क किया गया। पिता ने ऐसी कोई भी घटना होने से इनकार किया है। उसकी मानसिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से वह कुछ भी साफ-साफ नहीं बता पा रही है। जांच में भी घटना का ना होना पाया गया है।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी