गोरखपुर (ब्यूरो).बता दें, अभी तक गौतमबुद्ध द्वार से ही रामगढ़ताल झील आकर्षित करती रही है, लेकिन अब पैडलेगंज से मोहद्दीपुर चौराहा के बीच रेलवे की रामगढ़ताल कॉलोनी को ध्वस्त कर नई इमारतें बनाई जाएगीं। नई इमारतों को बनाने के लिए 32,011 स्क्वॉयर मीटर क्षेत्र में फैली इस कॉलोनी को नए सिरे से विकसित किया जाएगा। अभी आवासीय इमारत बनाने की अनुमति दी गई है। भविष्य में दुकानें और हॉस्पिटल भी बनाया जा सकता है। आरएलडीए ने केके कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स के पक्ष में लीज अनुबंध पत्र जारी किया है। पत्र के मुताबिक, आवासीय क्षेत्र को अगले पांच वर्ष में विकसित करना है। इसकी तैयारी तेज कर दी गई हैैं।

रामगढताल को रिंग रोड से जोडऩे की तैयारी

जानकारी के मुताबिक, लेव व्यू साइड अपार्टमेंट की जबरदस्त डिमांड है। इसे शहर की सबसे अच्छी कॉलोनी बनाई जाएगी। जल्द ही रियल एस्टेट रेग्युलेशन एंड डेवलपमेंट (रेरा) में रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। फिर जीडीए से नक्शा पास कराके आवासीय फ्लैट बनाई जाएंगी। नई कॉलोनी बनने से गोरखपुर के डेवलपमेंट की स्पीड बढ़ जाएगी। रामगढ़ताल को रिंग रोड से भी जोड़ा जा रहा है। आरकेबीके से पैडलेगंज तक रिंग रोड बनाई जा रही है। यह नई कॉलोनी को पैडलेगंज से मोहद्दीपुर व एयरपोर्ट रोड को आपस में जोड़ देगी।

फ्लैट से मिलेगा क्रूज का आनंद

रामगढ़ताल में जीडीए की क्रूज चलाने की प्लानिंग है। इसकी औपचारिकता जीडीए प्रबंधन पूरा कर चुका है। नौकायन केंद्र पहले से विकसित है। फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का संचालन भी होना है। पैडलेगंज से मोहद्दीपुर की सड़क भी सिक्सलेन बनेगी। जीडीए की महायोजना 2031 में सिक्सलेन सड़क निर्माण का जिक्र किया गया है। मोहद्दीपुर से गोरखपुर एयरपोर्ट और गोरखपुर एयरपोर्ट से लखनऊ-कुशीनगर राष्ट्रीय मार्ग तक सिक्सलेन सड़क बनाई जानी है।