- मई माह में हुई बारिश का पड़ा असर, नदियां उफनाई

- बंधों के किनारे बाढ़ चौकियां शुरू करने के निर्देश

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: बारिश ने नदियों का पानी बढ़ा दिया है। नदी जलस्तर रिपोर्ट के अनुसार सरयू (घाघरा) चेतावनी स्तर से ऊपर बही है। राप्ती नदी के जलस्तर में अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। देर शाम तक राप्ती नदी का पानी बढ़ता रहा। रोहिनी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ की संभावना को देखते हुए सभी बाढ़ चौकियों को तत्काल क्रियाशील करने को कहा गया है। साथ ही सभी बंधों की लगातार निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।

बाढ़ राहत और बचाव की शुरू हुई तैयारी

कई दिनों से हो रही बारिश की वजह से नदियों का पानी बढ़ने पर बाढ़ चौकियों को जहां क्रियाशील किया गया है। वहीं जिला ईओसी, जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण, एनडीआरएफ और पुलिस को अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है। बाढ़ सूचना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर अधिक बढ़ने की आशंका है। इसलिए बाढ़ बचाव और राहत का काम को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।

जून के अंत में बढ़ता था खतरा

आपदा प्रबंध प्राधिकरण और जिला ईओसी से जुड़े लोगों का कहना है कि पहले जून के अंत में बारिश होने पर नदियों का पानी चढ़ता था। लेकिन इस बार मई माह से हो रही बरसात ने बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। 15 दिन पहले ही सभी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसलिए तटबंधों के किनारे रहने वालों को भी जानकारी दी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यास और ताउते तूफान की वजह से ऐसा परिणाम सामने आया है। मई में जहां रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। वहीं इस बार मानसून भी सही समय पर आ गया। हालांकि बंधों की मरम्मत न होने से बाढ़ का खतरा ज्यादा नजर आ रहा है।

गोरखपुर की नदियां

सरयू

राप्ती

रोहिन

आमी

गोर्रा

बाढ़ कंट्रोल रूम एक्टिव

पानी बढ़ने पर बाढ़ कंट्रोल रूम एक्टिव कर दिया गया है। 24 घंटे इन नंबरों पर किसी तरह की सूचना दी जा सकती है। जिला प्रशासन की तरफ जारी 05512201796 और 9454416252 पर काल किया जा सकता है।

अधिक पानी बरसने से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। इसकेा देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है। बाढ़ कंट्रोल रूम को एक्टिव को किया जा रहा है। साथ अन्य व्यवस्था दुरुस्त करने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं।

राजेश सिंह, एडीएम फाइनेंस- प्रभारी अधिकारी आपदा