- हर कदम पर पैसेंजर्स से की जाती है मनमानी वसूली

- टिकट से लेकर खाने-पीने के सामान की खरीद पर लगाते हैं चूना

utkarsh.srivastava@inext.co.in

i reality check

GORAKHPUR: रेलवे में लूट की खुली छूट जमकर चल रही है। रेलवे स्टेशन पहुंचते ही आपकी जेब कतरने का सिलसिला शुरू हो जाता है। यह आपके सफर में भी बदस्तूर जारी रहता है। जंक्शन पर चल रहे इस अवैध कमाई के खेल की सूचना पर जब आई नेक्स्ट ने रियलिटी चेक किया तो हकीकत कुछ यूं निकलकर सामने आई।

पार्किंग के नाम पर वसूली

गुरुवार शाम करीब पांच बजे आई नेक्स्ट रिपोर्टर जंक्शन पहुंचा। रिपोर्टर ने जानबूझकर बिना प्रेस लिखी गाड़ी ली थी। जंक्शन पहुंचते ही दो-तीन युवकों ने उसे घेरा और पार्किंग की पर्ची थमाने लगे। रिपोर्टर ने कहा कि यह तो सर्कुलेटिंग एरिया है, लेकिन युवकों ने पर्ची बाइक पर थमा दी और 20 रुपए मांगने लगे। उसने कहा कि हमने पूरे रेलवे कैंपस का ठेका ले रखा है।

पानी लिया तो बिस्किट भी लो

इसके बाद रिपोर्टर पहुंचा जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर चार-पांच पर। यहां रेलयात्री बनकर एक स्टॉल से पानी की बोतल मांगी। दुकान वाले ने पानी की बोतल दी साथ में एक बिस्किट का पैकेट भी पकड़ा दिया। पूछने उसने कहा कि पानी लिया है बिस्किट लेना ही पड़ेगा। वह अन्य सामानों के लिए भी अन्य कस्टमर्स से भी प्रिंट रेट से ज्यादा ले रहा था।

टॉयलेट के अंदर बर्फ की सिल्ली

शाम सात बजे प्लेटफॉर्म नंबर दो पर कुशीनगर एक्सप्रेस ट्रेन तैयार थी। मुंबई के लिए सबसे वीआईपी ट्रेन के तौर पर मशहूर कुशीनगर एक्सप्रेस का हाल तो और बुरा था। रिपोर्टर इस ट्रेन की पैंट्रीकार में घुस गया। वहां का नजारा चौंकाने वाला था। टॉयलेट के अंदर बर्फ की सिल्ली रखी हुई थी। इसी सिल्ली से कोल्डड्रिंक से लेकर पानी तक ठंडा किया जाता है। साथ ही

बॉक्स

टिकट में भी करोड़ों का खेल

रेलवे के जानकारों के मुताबिक रोजाना करीब गोरखपुर से 40-45 हजार पैसेंजर्स हर रोज ट्रेन से सफर करते हैं। इनमें करीब 20-25 हजार पैसेंजर्स जनरल क्लास में जाते हैं। इनमें ज्यादातर लोग रेलवे स्टेशन के बाहर बने जेटीबीएस (जनरल टिकट बुकिंग सिस्टम) से ही लेना पसंद करते हैं। जेटीबीएस टिकट काउंटर्स पर खुलेआम 5 रुपए से लेकर 50 रुपए तक की प्रति टिकट एक्स्ट्रा वसूली की जा रही है। आई नेक्स्ट से बातचीत के दौरान रेलवे स्टेशन स्थित एक जेटीबीएस संचालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कभी छापा पड़ता है तो हम लोग खुशी से पेनाल्टी दे देते हैं।