गोलघर के मार्केट में काफी दिनों से चल रहा खेल

चार युवकों को अरेस्ट कर पुलिस ने किया पर्दाफाश

शहर के मोबाइल मार्केट में चोरी के मोबाइल खप रहे हैं। चोरी के नए मोबाइल फोन को खरीदकर दुकानदार अपने कस्टमर्स को बेच देते हैं। साइबर सेल ने दूसरे के एकाउंट से रुपए का ट्रांजेक्शन कर ऑनलाइन मोबाइल फोन मंगाने, फिर उसे मार्केट में खपाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पकड़े गए शातिरों में रामगढ़ताल एरिया के शापिंग माल ऑनर का बेटा भी शामिल है। मामला दबाने के लिए उसने पुलिस को अपने प्रभाव में लेने का प्रयास भी किया था। एसपी क्राइम ने बताया कि इस पूरे खेल का पर्दाफाश किया जाएगा। गोलघर में मोबाइल की दुकानों पर इस तरह का धंधा खूब फल फूल रहा है।

गोलघर में बिके चोरी के मोबाइल

पीपीगंज एरिया के नगरा निवासी कृष्ण कुमार ने शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके एकाउंट से ट्रांजेक्शन कर जालसाजों ने ऑनलाइन 75 हजार रुपए का मोबाइल फोन खरीद लिया है। जबकि, उन्होंने अपने एकाउंट पर इंटरनेट बैकिंग एक्टिवेट नहीं किया था। पुलिस की जांच में कृष्ण कुमार के बगल के आमोद शुक्ला उर्फ दीपक शुक्ला का नाम सामने आया। आमोद को जब पुलिस ने पकड़ा तो सारी कहानी सामने आई। आमोद ने पुलिस को बताया कि कृष्ण कुमार अक्सर उसे ही रुपए निकालने के लिए एटीएम कार्ड देते थे। इसलिए उनके मोबाइल पर आए ओटीपी को चुराकर इंटरनेट बैकिंग शुरू कर अमेजन से 74999 रुपए का मोबाइल फोन मंगा लिया। उस मोबाइल को गोलघर के मार्केट में दुकानों से नए कस्टमर को बेचा गया। वहां कई दुकानदार चोरी के मोबाइल फोन को सस्ते में खरीदकर ग्राहकों को नया बताकर बेचते हैं।

जांच में खुला मामला, चार अरेस्ट

साइबर क्राइम सेल के प्रभारी महेश चौबे, कांस्टेबल शशिशंकर राय, शशिकांत जायसवाल और नीतू नाविक ने शिकायत के आधार पर जांच की। पुलिस ने घटना में यूज एक राउटर और सिमकार्ड के जरिए वारदात का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस का कहना है कि बीएससी आईटी की पढ़ाई कर चुके आमोद कुमार ने चोरी का मोबाइल फोन खपाने के लिए तारामंडल में शापिंग काप्लेक्स आनर के बेटे निखिल रंजन से संपर्क किया। इलेक्ट्रानिक्स सामान की एजेंसी चलाने वाले निखिल ने दोनों मोबाइल बेचने के लिए अभिषेक को कहा। मोबाइल की दुकान पर सेल्समैन रह चुके आनंद के जरिए मोबाइल फोन बलदेव प्लाजा में दुकानदार अजीम तक पहुंच गए। अजीम ने दोनों मोबाइल फोन ग्राहकों को बेचकर रुपए कमा लिए। मुनाफे की रकम भी हाथ में आ गई। आमोद को भी इसका बड़ा फायदा मिला। पुलिस ने चारों को अरेस्ट कर बिग मोबाइल शॉप, बलदेव प्लाजा के अजीम की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आमोद ने पहले भी ऐसे कई कारनामें किए हैं। पुलिस उससे जुड़े लोगों की तलाश कर रही है।

पुलिस ने इनको किया अरेस्ट

आमोद कुमार शुक्ला उर्फ दीपक शुक्ला, नगरा, पीपीगंज

निलिख रंजन, तारामंडल, रामगढ़ताल

अभिषेक मौर्या, भरवरिलया, तारामंडल

आनंद गौड़, बनौड़ा, सहजनवां

मामला मैनेज करने को दे रहे थे रुपए

चोरी के रुपए से खरीदे गए मोबाइल फोन को बेचने के मामले में अरेस्ट निखिल और उसके साथियों ने पुलिस पर काफी दबाव बनाया। मुंहमांगी रकम देकर उसने पुलिस को मैनेज करने का प्रयास किया। निखिल की इलेक्ट्रानिक्स के सामान की शॉप है। जबकि, अभिषेक का कांप्लेक्स तारामंडल में है। दोनों ने अपनी प्रोफाइल का यूज करना चाहा। लेकिन सबूतों के आगे उनका कोई जोर नहीं चला।

इस मामले में 27 अगस्त को एफआईआर दर्ज कराई गई थी। मामले की जांच में आरोपियों का नाम सामने आया। साइबर क्राइम सेल की जांच में उनको पकड़ा गया। इस मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी।

अशोक वर्मा, एसपी क्राइम