- मुलाकात में नहीं होती मुश्किल, खुलकर रखते अपनी बात

- कमिश्नर ने बदली व्यवस्था, फरियादियों को मिली राहत

GORAKHPUR:

कोरोना संक्रमण काल में जहां तमाम अफसर लोगों से मिलने में कतरा रहे। वहीं कमिश्नर ने पब्लिक ने अपने दफतर का दरवाजा खोल दिया है। आफिस टाइम में कोई भी फरियादी उनसे मिलकर अपनी बात रख सकता है। डोर ओपेन होने से वह हर आने-जाने वाले पर नजर रखते हैं। सोमवार को भी फरियादी उनसे मिलने पहुंचे तो दरवाजा खुला देखकर लोगों को बड़ी राहत मिली। कमिश्नर ने कहा कि पब्लिक की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जा रही है। आवश्यकतानुसार सभी विभागों से तालमेल भी बनाया जा रहा है।

हर पीडि़त की मदद के निर्देश

गोरखपुर के नए कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने पांच जून को कार्यभार ग्रहण किया था। आफिस पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले मंडल के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि हर हाल में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जाए। साथ ही उन्होंने हर पीडि़त की तत्परता से मदद के निर्देश दिए। तब रवि एनजी ने कहा कह कि शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। पूर्व में दो साल तक गोरखपुर जिले में बतौर डीएम कार्य कर चुके रवि एनजी यहां की परिस्थितियों से वाफिक हैं। डीएम रहते वह पब्लिक की समस्याओं को दूर करने के लिए खूब तत्पर रहते थे। इसलिए उनके ज्वाइनिंग की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग मिलने पहुंचे।

खुला रहता दरवाजा, न हो किसी को प्रॉब्लम

कोरोना संक्रमण भले कम हो गया है। लेकिन जिले के कई अफसर फरियादियों से मिलने के बजाय समस्याओं के डिजिटल निस्तारण पर जोर दे रहे हैं। इन सब परिस्थितियों के कमिश्नर ने नई व्यवस्था लागू कर दी है। आफिस में बैठने के दौरान वह दरवाजा नहीं बंद रखते हैं। आने वाले लोगों को वह पहले से देख लेते हैं। कोविड प्रोटोकाल के तहत सभी को वेटिंग रूम में बैठाया जाता है। इसके बाद क्षमता अनुसार सभी को दफतर में मुलाकात के लिए भेजा जा रहा है। किसी को कोई असुविधा ना हो। इसलिए सभी के लिए वह अपना दरवाजा खोलकर रखते हैं।

पब्लिक की सुविधा के लिए नई व्यवस्था की गई है। समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शासन की योजनाएं लोगों को तक पहुंचे। इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

रवि कुमार एनजी, कमिश्नर, गोरखपुर मंडल