गोरखपुर (ब्यूरो)।चारों खंडों में मिलाकर ऐसे लोगों के पास विभाग के 6.14 करोड़ फंस गए हैं। इससे हैरान-परेशान अफसरों ने आनन-फानन में चेक बाउंस वाले 210 बकाएदारों के कनेक्शन काटने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं अगले एक साल तक चेक के जरिए पेमेंट करने पर रोक लगा दी है। रविवार को कुछ बकाएदारों के कनेक्शन काटे भी गए।

कार्रवाई से बच गए

बिजली निगम ने बकाया वसूली के लिए इस माह विशेष अभियान चलाया। इस दौरान बकाएदारों ने कनेक्शन कटने से बचाने के लिए मौके पर पहुंची विभागीय टीम को चेक थमा दिया। इससे उनका कनेक्शन भी नहीं कटा और वह कार्रवाई से भी बच गए। इसकी उन्हें बाकायदा रसीद भी मिल गई। जब ये चेक बैंक में जमा हुए तो अलग-अलग कारणों से बांउस हो गए। बैंक की सूचना से अभियंताओं के हाथ-पांव फूल गए। खंडों के जिम्मेदारों ने आनन-फानन में अफसरों को जानकारी दी। हैरान-परेशान अफसरों ने सभी बकाएदारों के कनेक्शन आईडी पर बकाया राशि चार्ज करने व पेनाल्टी के साथ कैश मे वसूली करने के निर्देश दिए।

पहले खंड में सबसे ज्यादा चेक

विभागीय सूत्रों के मुताबिक अभियान का कोटा पूरा करने को अवर अभियंताओं ने कुछ बकाएदारों से पुराना चेक लेकर उनकी लाइन नहीं काटी। नगरीय वितरण खंड प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ खंड में अलग-अलग कारणों से बिल पेमेंट वाले चेक बाउंस हुए है। इसमें सबसे ज्यादा 154 चेक प्रथम खंड में हैं, इनकी 2.90 करोड़ देनदारी है। नगरीय वितरण खंड प्रथम में दिसम्बर में 63 चेक व जनवरी में 91 चेक बाउंस हुए है। जबकि द्वितीय खंड के चेक तो महज 22 डिसऑनर हुए हैं, लेकिन इनकी बकाएदारी 1.88 करोड़ रुपए है। बताया जा रहा है कि कुछ बकाएदारों के खाते में पैसा नहीं होने से चेक बाउंस हो गए। कुछ चेक हस्ताक्षर नहीं मिलने से बाउंस हो गए।

इन खंडों में चेक बाउंस के मामले आए

खण्ड प्रथम चेक बाउंस रकम

प्रथम खंड 154 चेक 2.90 करोड़

द्वितीय खंड 22 चेक 1.88 करोड़

तृतीय खंड 03 चेक 2.36 लाख

चतुर्थ खंड 31 चेक 1.10 करोड़

शहर के कुछ बड़े बकाएदारो ने कनेक्शन कटने से बचाने के लिए चेक से पेमेंट किया। सभी के चेक बांउंस हो गए। ऐसे कनेक्शन एक साल तक चेक के माध्यम से बिल नहीं जमा कर सकेंगे। सभी अवर अभियंताओं को इनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है। इनसे पेनाल्टी के साथ कैश की वसूली भी की जाएगी।

- ई। यूसी वर्मा, एसई शहर