गोरखपुर (ब्यूरो)।सिटी के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ। राम शरण ने बताया कि बिजली कनेक्शन लेने के बाद हर महीने 25 हजार रुपए बिजली का बिल आता रहा। इसे लेकर काफी परेशान रहा। वर्ष 2015 में अमेरिकन कंपनी का सोलर एनर्जी प्लांट लगवाया। साथ ही बिजली निगम से 10 किलोवाट का कनेक्शन भी लिया। प्लांट लग जाने से काफी राहत मिलने लगी। फिलहाल अब मात्र हर महीने 10 हजार रुपए बिजली का बिल आता है। अन्य बिजली की खपत सोलर के माध्यम से पूरी कर ली जाती है। हालांकि सर्विसिंग में थोड़ी प्रॉब्लम आती है लेकिन फिर भी सोलर प्लांट काफी राहत दे रहा है। अब सरकार कर स्कीम के तहत काफी लोग घरों में सोलर प्लांट ही लगवा रहे हैं।

कंज्यूमर्स के लिए नई स्कीम शुरू

शहर में सोलर के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए बिजली निगम ने कंज्यूमर्स के लिए नई स्कीम शुरू की है। बिजली कनेक्शन के अलावा सप्लाई के लिए घर में सोलर रूफ टॉप प्लांट लगवाने वाले लोगों को महीने की कुल बिजली खपत पर रिकाउंट के लिए नेट मीटर का ऑफर दिया जा रहा है। यानी किसी के यहां अगर 10 किलोवाट का सोलर रूफ टॉप लगा है और डेली 5 किलोवाट बिजली खपत हो रही है तो बची हुई पांच किलोवाट बिजली नेट मीटर के जरिए बिजली निगम के ग्रिड को चली जाएगी। इस डेली पांच किलोवाट बिजली की रीडिंग नेट मीटर में फीड होती जाएगी। महीने के अंत में जिस यूनिट चार्ज के हिसाब से कंज्यूमर बिल देता है, उसी के अनुसार उसे वापस ली गई महीने भर की बिजली के बराबर डिकाउंट या फिर आगे के लिए उतनी ही सप्लाई दे दी जाएगी। इस तरह सोलर रूफ टाप की बिजली बेचकर बिजली बिल में खर्च होने वाले रुपए कंज्यूमर्स बचा सकते हैं। जो बचेंगे, वह आपकी बिजली की बिक्री से हुई कमाई मानी जाएगी।

804 जगह लगे हैं नेट मीटर

एसई शहर के अनुसार यह कार्य शहर में चालू हो गया है। शहर में घरेलू कंज्यूमर्स की संख्या 1.84 लाख है। ऐसे कंज्यूमर्स हैं, जिनके यहां सोलर रूफ टॉप लगे हैं। इन कंज्यूमर्स से संपर्क कर नेट मीटर के बारे में बताकर लाभ देने की बात की जा रही है। अभी तक शहर और ग्रामीण एरिया में 804 जगहों पर नेट मीटर लग गया है।

शहर और ग्रामीण एरियाज में सौ ऊर्जा लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। नेट मीटर भी लगाने का कार्य चल रहा है। इससे पब्लिक के साथ ही बिजली निगम को भी फायदा होगा। इससे बिजली की काफी बचत होगी।

ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह, एसई शहर