गोरखपुर (ब्यूरो)।बैठक की अध्यक्षता कर रहे एडीएम फाइनेंस राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी विभागों को मिलकर हीट वेव से निपटना होगा। उन्होंने बताया कि अप्रैल-मई में हीट वेव की संभावना है। यदि दो दिनों तक 45 डिग्री सेलसियस तापमान रहे तो समझिए लू ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसके लिए सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि हीट वेव ऐेसे सेंसटिव जोन हैैं, जहां पर पब्लिक प्लेस पर छज्जा नहीं होता है। ऐेसे जगहों को नगर निगम और नगर पंचायत को सेंसटिव जोन बनाए जाने के लिए निर्देशित किया गया है।

सौंपी गई जिम्मेदारी -

स्वास्थ्य विभाग

1. सभी पीएचसी सीएचसी पर ओआरएस काउंटर स्थापित करना होगा।

2. प्रत्येक सप्ताह हीटवेव मॉनिटर रिपोर्ट निर्गत करें।

3. सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों के भी हीटवेव के न्यूनीकरण के लिए उत्तरदायित्व निर्धारित करें।

4. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व अन्य मेडिकल एसोसिएशन के साथ समन्वय स्थापित कर रोडवेज की बसों आदि में ओआरएस पैकेट फ्री ऑफ कास्ट उपलब्ध कराएं।

5. स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी संगठनों के साथ हिट वेव के संबंध में बैठक कर, कार्य योजना का निर्धारण करें।

6. अप्रैल में प्रारंभ होने वाले संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के साथ लू से बचाव विषय को भी समाहित करें।

मौसम विभाग

1. प्रत्येक दिवस मौसम संबंधी सूचना आपदा कार्यालय को उपलब्ध कराएं।

2. आईएमडी द्वारा जारी पूर्वानुमान को साझा करना।

वन विभाग

1. पशुओं को चारागाह उपलब्ध कराना है।

2. जू में उपलब्ध जानवरों की सुरक्षा के लिए विशेष कार्य योजना बनाएं व क्रियान्वित करें।

पर्यटन विभाग

1. समस्त धार्मिक स्थलों पर स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर ओआरएस काउंटर की स्थापना कराएं।

2. पर्यटक स्थल पर कूलिंग सेंटर की स्थापना करें।

3. समस्त पर्यटक स्थलों की सूची उपलब्ध कराते हुए कौन-कौन सी व्यवस्थाएं की गई हैं वर्णित करें।

सिंचाई विभाग/नलकूप प्रथम एवं द्वितीय/जल निगम ग्रामीण

1. समस्त पोखरों, तालाबों एवं नहरों में पर्याप्त जल की व्यवस्था सुनिश्चित करें

2. जल निगम द्वारा स्थापित समस्त पानी टंकियों पर लाइटनिंग अरेस्टर स्थापित कराएं।

3. ग्रीष्म काल में जलापूर्ति की व्यवस्था बाधित ना होने पाए

4. तहसीलों के माध्यम से जलापूर्ति कार्य का पर्यवेक्षण कराया जाएगा।

नगर निगम, नगर पंचायत एवं खंड विकास कार्यालय

1. कार्य क्षेत्र के अंतर्गत कूलिंग सेंटर की स्थापना कराएं

2. जिन क्षेत्रों में जलापूर्ति की आवश्यकता है वहां पर टैंकरों के माध्यम से जल उपलब्ध कराएं।

3. नगरी क्षेत्र में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर के माध्यम से लू से बचाव विषय पर जन संदेश प्रसारित कराएं।

4. ग्रामीण अंचल में मंदिरों, मस्जिदों पर स्थापित लाउडस्पीकर के माध्यम से लू से बचाव संबंधी संदेशों का प्रसारण कराएं।

5. जिन क्षेत्रों में लाउडस्पीकर नहीं है वहां पंचायत निधि से लाउडस्पीकर स्थापित करा कर आवश्यक संदेश प्रसारित करें।

श्रम विभाग

1. जनपद में संचालित परियोजनाएं एवं प्राइवेट स्तर से किए जा रहे निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों को लू से बचाव के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराए जाएं इस के लिए संबंधित कांट्रैक्टर्स के साथ बैठक करें।

2. लू के दौराम दोपहर 12.00 बजे से दोपहर 3.00 बजे के बीच मजदूर कार्य न करें यह सुनिश्चित करें।