गोरखपुर (ब्यूरो)। सोनौली की तरफ से आने वाली ट्रेनों में जहां एस्कार्ट के लिए टीम लगाई गई है। वहीं, रेलवे स्टेशनों पर चौकसी की जा रही है।

22 व 26 जनवरी के लिए बढ़ाई गई निगरानी

आरपीएफ के प्रिंसिपल चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर जावेद अहमद के नेतृत्व में आरपीएफ पोस्ट प्रभारी निरीक्षक दशरथ प्रसाद ने 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और 26 जनवरी को ध्यान में रखते हुए ट्रेन और सभी प्लेटफार्म पर चेकिंग तेज कर दी है। इसके लिए कुली के साथ समन्वय मीटिंग भी की जा चुकी है। कुलियों के माध्यम से संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। उनसे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त होने व कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति के दिखाई देने पर तुरंत आरपीएफ या जीआरपी को सूचित करने के लिए लिए कहा गया है। जीआरपीएफ एसपी डॉ। अवधेश सिंह के नेतृत्व मे प्रभारी निरीक्षक स्टाफ के साथ श्वान दस्ता, बम निरोधक दस्ता को लेकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2, पैसेंजर हाल, बुकिंग हाल, सर्कुलेटिंग एरिया और वाहनों की चेकिंग की। इस दौरान किसी प्रकार का कोई विस्फोटक व ज्वलनशील पदार्थ नहीं मिला। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी दशरथ प्रसाद ने बताया कि चेकिंग के लिए ट्रेन स्क्वायड लगातार निगरानी कर रही है।

बड़हलगंज इलाके के रामजानकी मार्ग पर मुजौना गांव के सामने गड्ढे में आईटीबीपी जवान जसवंत (31) का शव मिला, आशंका है कि हादसे में उनकी मौत हुई है। पास में ही क्षतिग्रस्त बाइक बरामद हुई है। पुलिस ने मौत की वजह जानने के लिए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जानकारी के मुताबिक, सीधेगौर गांव निवासी जसवंत आईटीबीपी जवान थे। वह झारखंड में तैनात थे। तीन दिन पहले ही वह छुट्टी पर घर आए थे। शुक्रवार की देर रात वह पिड़हनी चौराहे पर एक रिश्तेदार को छोड़कर घर के लिए निकले थे। लेकिन, घर नहीं पहुंचे। परिजन उनकी तलाश में थे। उन्हें फोन भी किया गया, लेकिन फोन नहीं उठा। शनिवार की सुबह ग्रामीणों ने एक शव गड्ढे में देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जेब में मिले पहचान पत्र के आधार पर पहचान कर घरवालों को सूचना दी तो पता चला कि वह रात से ही नहीं मिल रहे थे। आशंका है कि किसी वाहन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई।