गोरखपुर (ब्यूरो): डिजिटल में आरटीओ अब हाईटेक की तरह तेजी से कदम बढ़ा रहा है। ड्राइविंग लाइसेंस की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थी अब घर बैठे ही लाइसेंस-आरसी उपलब्ध हो सकेगी। आरटीओ की ओर से लोगों को ई-लाइसेंस और ई-आरसी देने की सुविधा शुरू होने वाली है। आरटीओ ने इस ओर कवायद शुरू कर दी है। लाइसेंस और आरसी के लिए आवेदन करने वाले लोगोंं को स्मार्ट कार्ड नहीं मिलेगा। आवेदकों को रजिस्टर्ड मोबाइल पर आरटीओ की ओर से लिंक भेजा जाएगा। इस लिंक को डाउनलोड कर मोबाइल में ही ई-लाइसेंस और आरसी की पीडीएफ मिलेगी। इस क्यूआर कोड को स्कैन करने पर वाहन ड्राइवर की पूरी जानकारी हासिल हो सकेगी। ई-लाइसेंस और आरसी में अधिकारी के डिजिटल हस्ताक्षर होंगे।

ऑनलाइन करना होगा आवेदन

ई-लाइसेंस और आरसी सुविधा के बाद स्मार्ट कार्ड के 200 रुपए फीस कम हो जाएंगे। अभी तक लाइसेंस-आरसी की फीस के साथ स्मार्ट कार्ड के 200 रुपए लिए जाते हैं। इसके अलावा जिन लोगों में पहले ही लाइसेंस और आरसी के लिए फीस विभाग में जमा करा दी है। उन्हें स्मार्ट कार्ड और डिजिटल दोनों ही लाइसेंस= आरसी दिए जाएंगे। विभाग की ओर से हाईटेक साफ्टवेयर डेवलप किया जा रहा है। स्मार्ट कार्ड का विकल्प हटा दिया जाएगा। आवेदक को ई-लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

40 से 50 लोग देते हैं रोज टेस्ट

डीटीआई में प्रतिदिन 50 से 40 अभ्यर्थी टेस्ट देने पहुंचते हैं। ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में शुरू होने वाली व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी और व्यवस्थित हो जाएगी। युवाओं का कुशल चालक बनाने व मार्ग दुर्घटनाओं पर अंकुशल लगाने के के दिशा में काम किया जा रहा है।

आरटीओ और डीटीआई में सेल्फ डिस्पेसिंग कियोस्क लगाए जाएंगे। इसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद यह व्यवस्था शुरू की जाएगी।

अरुण कुमार, एआरटीओ प्रशासन