गोरखपुर (ब्यूरो)। पेशेंट्स-अटेंडेंट को ओपीडी में रजिस्ट्रेशन, रिपोर्ट लेने, भर्ती और जांच कराने और छुट्टी लेने के लिए भी घंटों कतारों में जूझना पड़ रहा है। सोमवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने रियलिटी चेक किया। इसमें ऑनलाइन व्यवस्था से अनजान पेशेंट-अटेंडेंट परेशानी झेलते हुए दिखाई दिए। कई पेशेंट-अटेंडेंट को इस सुविधा के इस्तेमाल करने की जानकारी नहीं थी। अस्पताल प्रशासन की तरफ से हेल्प की सुविधा भी नहीं दिखाई दी।

रोजाना 8 हजार पेशेंट्स

जिला अस्पताल और बीआरडी मेडिकल कॉलेज रोजाना 8 हजार से अधिक पेशेंट्स पहुंचते हैँ। यहां पेशेंट को ओपीडी ब्लॉक में एक घंटे तक कतार में जूझना पड़ता है जबकि आभा एप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिली है। इसके बाद भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने में भी पेशेंट्स में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वहीं ओपीडी में डॉक्टर्स परामर्श के लिए एक से दो घंटे इंतजार करना पड़ता है। अस्पताल इतने भी हाईटेक नहीं हैं कि पेशेंट्स को टोकन नंबर या ऑनलाइन डिस्प्ले नंबर की व्यवस्था कर दी जाए। ताकि पेशेंट व उसके परिजन बैठकर इंतजार कर सकें।

वेबसाइट से रिपोर्ट निकालना आसान नहीं

दवा वितरण केंद्र और जांच केंद्रों के बाहर भी दिक्कतें हैँ। जांच रिपोर्ट के लिए भी इंतजार करना पड़ता है। जांच रिपोर्ट ऑनलाइन भी उपलब्ध है। परामर्श पर्ची पर वेबसाइट की जानकारी अंकित है। लेकिन ऑनलाइन रिपोर्ट निकालना आसान नहीं है। भर्ती पेशेंट्स को भी रेफरेंस, दवा और जांचों के लिए भटकना पड़ रहा है। जगह-जगह पर्ची बनवानी पड़ रही है।

सभी डॉक्टर्स को नहीं मिले टैबलेट

दावा किया गया था कि ओपीडी में आने वाले पेशेंट्स पूरी कुंडली ऑनलाइन होगी। इसके लिए अस्पताल की प्रत्येक ओपीडी, वार्ड, ओटी, आइसीयू और इमरजेंसी में रेजिडेंट व नर्सिंग स्टाफ को भी टेबलेट दिए जाने थे। जिससे वे भी दवा, इलाज, जांच और रिपोर्ट देख सके। लेकिन यह व्यवस्था भी आधी-अधूरी ही रही। अभी तक कुछ डॉक्टर्स को ही टेबलेट दिए गए हैं। बाकी को अब भी इंतजार है।

सरकारी अस्पताल में पर्ची, दवा, भर्ती और जांच के लिए हर जगहों पर कतार लगानी पड़ती है। इसके चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

विपिन चौहान, बिहार

अस्पतालों में पेशेंट्स की सुविधा के लिए ऑनलाइन व्यवस्था तो शुरू की गई है लेकिन हकीकत इससे इतर है। आज भी कतार में लगकर अपने नंबर का इंतजार करना पड़ता है।

निशा थापा, खोराबार

सुबह की घर का काम पूरा कर अस्पताल पहुंच लेकिन देखा कि पर्ची कटवाने के लिए लंबी लाइन लगी है। ओपीडी के पास भी यह हाल रहा। इसकी वजह से परेशानी हुई।

तिरासी देवी, बड़हलगंज

काउंटर पर ऑनलाइन सुविधा मुहैया कराई गई हैं। साथ ही पेशेंट्स को पर्ची के लिए आभा एप पर ऑनलाइन पर्ची की सुविधा भी दी गई है। इसके लिए कर्मचारियों को भी लगाया गया है ताकि किसी को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो सके।

डॉ। राजेश राय, एसआईसी नेहरू चिकित्सालय बीआरडी

आभा एप पर पर्ची की सुविधा दी गई हैं। साथ ही काउंटर पर भी पर्ची काटते जाते हैं। समस्याओं का दूर करने के लिए कर्मियों को भी लगाया गया है।

डॉ। राजेंद्र ठाकुर, एसआईसी जिला अस्पताल