• गोरखपुर (ब्यूरो)। हर घर जल नल स्कीम के तहत वॉटर सप्लाई की बिछाई गई है पाइप लाइन

    - पाइप लाइन बिछाने के बाद भी नहीं जागे जल निगम के जिम्मेदार

  • वहीं कुछ दूरी पिछले कई दिनों से वॉटर सप्लाई पाइप के लाइन डैमेज होने सड़क पर ही पानी बह रहा है। जिसे स्थानीय पब्लिक पानी की बर्बादी मान रहा है। ऐसे में जब मोहल्लेवासियों ने डीजे आईनेक्स्ट को फोन कर अपनी यह समस्या बताई तो मौके पर पहुंचे रिपोर्टर और कैमरा पर्सन से अपनी पीड़ा बताई। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि सिर्फ वॉटर सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाया गया, लेकिन वॉटर सप्लाई नहीं हुआ। उपर से वॉटर टैक्स लेना शुरु कर दिए हैैं। लेकिन शिकायत के बाद भी कोई जिम्मेदार इस समस्या का समाधान नहीं कर सका है। जबकि जलनिगम, पीडब्ल्यूडी और नगर के जिम्मेदार अफसरों से शिकायत भी दर्ज कराई जा सकी है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।

    टोटियों से आती है सिर्फ आवाज

    बता दें, पिछले साढ़े चार साल से जंगल सालिकराम के अंतर्गत आने वाले मानस बिहार कॉलोनी, शताब्दीपुर, इंद्रप्रस्तपुर, शिवपुर सहबाजगंज आदि दर्जनों मोहल्लों वाटर सप्लाई की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी हैं। जबकि जिला प्रशासन लगातार इस बात का दावा कर रहा है कि अमृत योजना के तहत शहर में वाटर सप्लाई का काम पूरा हो चुका है। वाटर सप्लाई नहीं आने से मोहल्लें के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि जलकल के अधिकारी मौका मुआयना के लिए पहुंचते हैं और आश्वासन देकर निकल लेते हैं लेकिन समस्या का समाधान आज तक नहीं कर सकें। मोहल्ले के लोगों की मानें तो उन्होंने इस समस्या को लेकर नगर आयुक्त, सीएम कार्यालय तक कई बार शिकायत की है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार अब तक इस समस्या का समाधान नहीं कर सका है। आलम यह है कि सप्लाई पानी नहीं आने से मोहल्ले के लोग काफी परेशान है। उनका कहना है कि वाटर सप्लाई के नाम से नगर निगम टैक्स ले रहा है लेकिन घरों की टोटियां सुखी है और बंूद-बंूद पानी के लिए लोग तरस रहे हैं।

    जेट पंप का है सहारा

    पादरी बाजार के विभिन्न इलाके के लगभग पांच हजार घरों को वाटर कनेक्शन मिला है। घरों में पाइन लाइन के जरिए टोटियां भी लगा दी गई हैं लेकिन अभी तक वाटर की सप्लाई नहीं मिली है। अभी इलाके के लोगों को जेट पंप ओर सबमर्सिबल लगाकर किसी तरह से काम चला रहे हैं। अगर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मामले की शिकायत फिर से डीएम ऑफिस में करेंगे।

    ये इलाके प्रभावित

    मुख्य पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से संपूर्ण मानस बिहार कॉलोनी, शिवपुर सहबाजगंज, कॉलोनी सेक्टर एक से चार तक, इंद्रप्रस्तपुरम, व्यासनगर, प्रीत बिहार, चैतन्यपुरी, संगम चौराहा, सरस्वतीपुरम तक पेयजल की संरचनाएं बीते करीब चार साल से हाथी दांत बन गई है। यहां जलकल विभाग ने पाइन लाइन डाल रखी है लेकिन मुख्य पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से पेयजल की सप्लाई बाधित है।

    - 7.8 किमी क्षतिग्रस्त पाइप लाइन

    - 5000 से अधिक घरों में वाटर कनेक्शन

    - 400 मीटर पाइप लाइन मगर चालू नहीं

    - 4.28 करोड़ रुपए का प्रपोजल तैयार

    घरों में वाटर कनेक्शन दिए गए, लेकिन पांच साल बीत गए टोटियों में एक बूंद पानी तक नहीं आया है। शिकायत की जाती है लेकिन जिम्मेदार अफसर ध्यान तक नहीं देते हैं।

    शुभम तिवारी, संगम चौराहा

    वाटर सप्लाई को लेकर कई बार शिकायतें की गई हैं। पानी की समस्या के कारण डेली रूटीन का काम प्रभावित हो रहा है। लेकिन कोई भी हमारी समस्या का समाधान नहीं कर रहा है। आश्वासन दिया जाता है। लेकिन निस्तारण नहीं किया जाता है।

    सुशील वर्मा, मानस बिहार कॉलोनी

    नगर निगम वाटर टैक्स तो ले रहा है लेकिन वाटर सप्लाई अभी तक बहाल नहीं की हैं, सिर्फ पाइल लाइन के माध्यम से घरों में टोटियां लगा दी गई है जो शो पीस बनी हुई है।

    राकेश श्रीवास्तव, मानस बिहार कॉलोनी

    कई दिनों से मुख्य वाटर पाइन लाइन क्षतिग्रस्त है, लगातार पानी सड़क पर बह रहा है। इससे सड़क भी टूट रही है, शिकायत की गई लेकिन जल निगम के जिम्मेदारों का सुनाई तक नहीं दे रहा है।

    ओंकार सिंह, शिवपुर सहबाजगंज

    मामले की जानकारी नहीं है। जीएम जलकर से इस संबंध में बातचीत की जाएगी। सोमवार को जेेई को भिजवाकर जांच कराई जाएगी।

    निरंकार सिंह, अपर नगर आयुक्त