गोरखपुर (ब्यूरो)। जिनके पास से 120 किलो चरस बरामद हुई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इतने चरस की कीमत करीब 90 करोड़ बताई जा रही है। सीमा पर एक स्कार्पियो में 71 किलो 400 ग्राम चरस के साथ पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि उन्हें दिल्ली और नैनीताल में चरस की खेप पहुंचानी थी। इसके अलावा भी कई और चौंका देने वाली बातें तस्करों ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को बताई।

तस्करों की गाड़ी में लगा था भाजपा का झंडा

पहली कार्रवाई में एसएसबी और पुलिस टीम ने श्याम काट बागीचे के रास्ते निकल रहे नेपाली निवासी बसंत खत्री को पकड़ा। बंसत के पास से 10 किलो चरस मिला। दूसरी बरामदगी सोनौली मेन गेट पर हुई। यहां नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, पुलिस और एसएसबी की डाग स्कॉवयड टीम ने एक बिहार नंबर प्लेट की स्कार्पियो में एक्स्ट्रा बनाए गए कैविटी में से 71.400 किलोग्राम बरामद किया। इसमे चार सवार दो महिला और 2 पुरूष की पहचान बिहार और कुशीनगर के निवासी नबी हसन, गुड्डू यादव, रानी देवी और सीमा देवी के रूप में हुई।

तीसरी कार्रवाई में पकड़ी गई 3 महिलाएं

तीसरी बरामदगी सोनौली एरिया के ही रजियाघाट के पास हुई। एसएसबी 66 वीं बटालियन और पुलिस टीम ने तीन महिला के पास से 38 किलो चरस बरामद किया। चरस के साथ नेपाल की शारदा, प्रसंशा और सरु को पुलिस ने अरेस्ट किया।

दो टीमों को नौतनवां तक पहुंचानी थी चरस

ये बता दें कि श्याम काट बागीचे में पकड़े गए नेपाली निवासी बसंत खत्री और रजियाघाट के पास चरस के साथ पकड़ी गई तीन महिलाएं नेपाल की शारदा, प्रशंसा और सरु ने बताया कि उन्हें नौतनवां तक चरस पहुंचाना था। नेपाल से नौतनवां तक चरस पहुंचाने के बदले प्रत्येक कैरियर को 5-5 हजार रुपए सरगना देता है।

कैरियर से ले रहे काम

ये बता दें कि तस्कर बेहद ही शातिर हैं। यह खुद नहीं बल्कि तस्करी का काम करने के लिए कैरियर यानी ऐसे लोग जो बेरोजगार हैं, उनकी मदद ले रहे हैं। इसमे महिलाओं की संख्या अधिक है।

काठमांडू से लेकर दिल्ली तक सिंडिकेट

सूत्रों की मानें तो काठमांडू से लगाए दिल्ली तक एक सिंडिकेट काम कर रहा है। उसके तार कई राज्यों में जुड़े हैं। सरगना दिल्ली और काठमांडू से बैठकर निर्देश देता है। जिसके इशारे पर तस्कर कैरियर के जरिए माल इधर से उधर भेजते हैं।

इन शहरों में बैठकर सेट करते कैरियर

सूत्रों की मानें तो दिल्ली, नैनीताल, लखनऊ आगरा और गोरखपुर में बैठे कुछ सरगना बेरोजगार युवकों की तलाश करते रहते हैं। उन्हें पैसे की लालच देकर कैरियर की तरह इस्तेमाल करते हैं। थानाध्यक्ष सोनौली अभिषेक सिंह ने बताया कि 1 कुंतल 19 किलो 400 ग्राम चरस के साथ 8 पुरूष और महिलाओं को पकड़कर उनपर एनडीपीए एक्ट में मुकदमा दर्ज कार्रवाई की जा रही है।

चरस की खेप बरामद कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है। सीमा के साथ ही पगडंडियों के रास्तों पर दिन और रात दोनों ही समय निगरानी और सख्ती कर दी गई है।

शंकर सिंह, कमाडेंट, एसएसबी