गोरखपुर (ब्यरो)।गोरखपुर रीजन में 755 ई टिकट मशीन कंडक्टर को दी गई है। दो दिन पहले परिवहन मंत्री ने क्यूआर कोड सर्विस का इनॉगरेशन भी किया है, लेकिन इसके बाद भी पैसेंजर्स को अब तक सर्विस का फायदा नहीं मिल सका है। कंडक्टर अपना रोना रो रहे हैं, वहीं पैसेंजर्स को कैश लेकर ही सफर करना पड़ रहा है।

चार माह पहले मिली है मशीन

परिवहन निगम ने खराब हो चुके टिकट मशीन को बदलते हुए चार महीने पहले रीजन को एंड्रायड ई-टिकट मशीनें दी थीं। इससे यात्री डेबिट कार्ड, क्रेडिट, गुगल पे, पेटीएम, फोन पे आदि के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट कर बस के टिकट खरीद यात्रा कर सकते हैं। मशीन मिलने के बाद कंडक्टर्स का लगभग एक माह ट्रेनिंग हुआ, लेकिन जिस मकसद से मशीन लगाई गई उसका इस्तेमाल नहीं हो रहा था।

पड़ताल में सामने आई हकीकत

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शनिवार को गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन और राप्तीनगर कचहरी बस स्टेशन पर खड़े एसी और नॉन एसी बसों की पड़ताल की। बस के अंदर दाखिल होने के बाद पता चला कि नेटवर्क प्रॉब्लम की वजह से क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट नहीं हो रहा है। अभी भी पैसेंजर्स से टिकट के बदले नकद पेमेंट लिए जा रहे हैं।

केस - 1

बस नंबर यूपी 77 एएन 1890 के कंडक्टर से जब इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बीएसएनएल सिम होने की वजह से नेटवर्क सही नहीं रहता है। इसलिए हम लोग पैसेंजर्स से नकद पेमेंट ले रहे हैं।

केस - 2

बस नंबर यूपी 33 एटी 4510 के कंडक्टर का कहना है कि एंड्रॉयड मशीन तो मिली है। इसे ऑपरेट करने की ट्रेनिंग भी दी गई है। मशीन में बीएसएनएल सिम लगा है। लेकिन आए दिन नेटवर्क की समस्या रहती है। इसकी वजह से नकद पेमेंट लेना हमारी मजबूरी है।

6 दिसंबर को परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि परिवहन निगम पैसेंजर्स को टिकट पेमेंट करने के लिए क्यूआर कोड आधारित यूपीआई पेमेंट की करने की सुविधा उपलब्ध कराए। जिससे बस में सवार पैसेंजर्स को बेहतर सुविधा मिल सके।

क्यूआर कोड स्कैन करना होगा

- नकद पैसे को लेकर प्रॉब्लम नहीं होगी।

- कंडक्टर से होने वाले विवाद पर अंकुश लगेगा

- बचे पैसों को कंडक्टर्स से लेने को भूलने वाली प्रॉब्लम नहीं होगी

- टिकट में ओवर चार्जिंग कंडक्टर नहीं कर सकेगा

- पैसेंजर्स व रोडवेज अफसरों के बीच पारदर्शिता आएगी।

755 कंडक्टर्स को मिले सिम

रोडवेज की बसों में ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा के लिए रीजन के 755 कंडक्टर्स को सरकारी मोबाइल सिम अलॉट किया गया है। यह सिम ई टिकट मशीन में लगाया जाएगा। कंडक्टर्स क्यूआर कोड के माध्यम से ऑलाइन पेमेंट कर सकते हैं, लेकिन अब तक सर्विस शुरू नहीं हो सकी है।

पैसेंजर्स को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए एसी और नॉन एसी में ऑनलाइन टिकट की सुविधा शुरू कर दी गई है। अब क्यूआर कोड के माध्यम से पैसेंजर्स पेमेंट कर सकते हैं। अगर कोई कंडक्टर ऑनलाइन टिकट नहीं देता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- पीके तिवारी, आरएम गोरखपुर रीजन