गोरखपुर (ब्यूरो)। विश्वविद्यालय अब प्रवेश की शुरुआत देश की टाप प्रवेश परीक्षा के जरिये करने जा रहा। इसके अलावा प्रवेश के लिए दो और रास्तों का विकल्प देने जा रहा। नए सत्र से नई प्रवेश व्यवस्था लागू करने की तैयारी है। विद्या परिषद ने इसके लिए विश्वविद्यालय को स्वीकृति प्रदान कर दी है।

गेट के जरिए एमटेक की सीटें भरेंगी

बदली व्यवस्था अब एमटेक की सीटें पहले गेट के जरिये भरने की कोशिश की जाएंगी। दूसरा विकल्प कंबाइंड यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट के जरिये प्रवेश का रहेगा। उसके बाद भी अगर सीटें खाली रहेंगी तो विश्वविद्यालय अपनी खुद प्रवेश परीक्षा के जरिये उन्हें भरेगा। इसी तरह एमबीए में प्रवेश की शुरुआत कैट व मैट के जरिये होगी। कंबाइंड यूनिवर्सिटी एंट्रेस्ट टेस्ट दूसरा और विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा प्रवेश का तीसरा विकल्प होगा। एमएससी गणित, रसायन व भौतिकी में प्रवेश क्रमश: ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट फार मास्टर्स, कंबाइंड यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट और विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के जरिये लिया जाएगा।

एमएससी व एमसीए पास को मिलेगा एमटेक करने का अवसर

एक अन्य बदलाव के तहत विश्वविद्यालय एमएससी इलेक्ट्रानिक्स और एमसीए विद्यार्थियों को इलेक्ट्रानिक्स व कंप्यूटर में एमटेक करने का अवसर भी देने जा रहा। इसके पीछे विश्वविद्यालय की मंशा विद्यार्थियों को परास्नातक में सीधे तकनीकी डिग्री देकर रोजगार का अधिक व बेहतर विकल्प उपलब्ध कराने की है। एमटेक करने के इच्छुक एमएससी व एमसीए पास विद्यार्थियों को प्रवेश के लिए गेट और कंबाइंड यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट के माध्यम से आना होगा। अगर सीटें बचेंगी तो विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा कराएगा, जिसमें अपनी योग्यता सिद्ध करनी होगी।

तीसरी बार हो रहा प्रवेश परीक्षा में बदलाव

वर्ष 2013 में मदनमोहन मालवीय इंजीनियङ्क्षरग कालेज के मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बनने बाद से परास्नातक प्रवेश प्रक्रिया में तीसरी बार बदलाव होने जा रहा है। सत्र 2021-22 तक विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश के लिए खुद की प्रवेश परीक्षा आयोजित करता रहा। 2022-23 में नेशनल टेंङ्क्षस्टग एजेंसी ओर से यूपी कंबाइंड यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट के जरिये प्रवेश मिलेगा। बीते सत्र यानी 2023-24 में कंबाइंड यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया पूरी की गई।

विश्वविद्यालय में परास्नातक पाठ्यक्रमों का स्तर बढ़ाने के लिए प्रवेश की प्रक्रिया व्यापक और बेहतर की जा रही है। विश्वविद्यालय के एमबीए, एमटेक और एमएमसी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अब देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा के जरिये आने वाले इच्छुक अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। बची सीटों को क्रमश: कंबाइंड यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट और विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भरा जाएगा।

प्रो। जेपी सैनी, कुलपति, एमएमयूटी