गोरखपुर (ब्यूरो)। इस दौरान सामने से आवाज आयी, हेलो मैं आपका कैंडिडेट बोल रहा हूं। ऐसे फोन कॉल्स से मैैं परेशान हो चुका हूं। ये कहना है शहर के नागरिकों का। सिटी के लोगों ने बताया कि जरूरी काम करते वक्त उनके नंबर पर लोकसभा इलेक्शन कैंडिडेट्स के थोड़े-थोड़े देर पर 4-5 कॉल और मेसेज आते हैं। हम ज़रूरी कॉल समझ कर उठाते हैैं और सामने से रिकॉर्डेड वॉइस मेसेज आता है, जो हमें बहुत डिस्टर्ब करता है।

ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए हो रहा इस्तेमाल

दरअसल, लोकसभा चुनाव में डिजिटल एडवरटाइज्मेंट के जरिये कैंडिडेट्स ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए मैसेज और वॉइस रिकॉर्डेड कॉल करके वोट मांग रहे हैैं, इस कॉल से पब्लिक परेशान है और लोगों में नाराजगी भी देखने को मिल रही है।

एजेंसी को सौंपा जा रहा काम

पब्लिक को रिकॉर्डेड वॉइस कॉल और मैसेज भेजे जाने के लिए कैंडिडेट्स ने एडवरटाइज्मेंट एजेंसियों को लाखों-करोड़ों रुपये देकर हायर कर रहे हैैं। यह एजेंसी लोगों को थोड़े-थोड़े देर में मैसेज और रिकॉर्डेड वॉइस कॉल ब्रॉडकास्ट कर रही है।

डेली आते हैं 4-5 कॉल

पब्लिक के पास हर दिन में अलग-अलग नंबरों से चार से पांच बार रिकॉर्डेड वॉइस कॉल आ रहे हैं। परेशान होकर पब्लिक इन नंबरों को ब्लॉक कर रही है, जिसके बाद उन्हें किसी दूसरे नंबर से कॉल आ जाता है। इससे बचने के लिए लोग ऐप भी ढूंढ रहे हैैं, जिससे रिकॉर्डेड वॉइस कॉल को ऑटोमैटिकली ब्लॉक किया जा सके।

एग्जाम का टाइम चल रहा है, जब भी पढ़ाई करने बैठो तो रिकॉर्डेड वॉइस कॉल आ जा रही है। अलग-अलग पार्टी के कैंडिडेट्स वोट मांग रहे हैं। बार-बार कॉल आने से पढ़ाई करने के दौरान डिस्टर्ब हो जाती हूं

-प्रियंका

ऑनलाइन क्लास करते टाइम जब कॉल आता है तो नेट डिसकनेक्ट हो जाता है, जिस वजह से इंपोर्टेंट लेक्चर मिस हो जाते है और बाद में नोट्स के लिए परेशानी होती है।

-अंश

कई बार ड्राइविंग करते टाइम कॉल आती है और गाड़ी रोक कर जब कॉल उठाओ तो सामने से कैंडिडेट की रिकॉर्डेड आवाज आती है, जिससे बहुत इर्रिटेशन होता है। यह बहुत डिस्टर्बिंग तरीक़ा अपनाया है प्रचार करने का।

-कृष्णा

ऑफिस मीटिंग के टाइम एडवरटाइज्मेंट की कॉल से बहुत डिस्टर्बेंस होता है, चाहे जितने नंबर ब्लॉक करदो बार-बार अलग-अलग नंबरों से कॉल आता है।

-क्षमा