गोरखपुर (ब्यूरो)। ज्यादातर खिलाडिय़ों की अभी तक रोइंग बोट की ट्रेनिंग नहीं हुई है। इसके लिए अभी उन्हें चुनाव खत्म होने तक का इंतजार करना होगा। रविवार दोपहर करीब दो बजे दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर वाटर स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट की पड़ताल करने पहुंचा जहां जर्मनी से आई रोइंग बोट रखी हुई हैं। मौके पर दिखा कि जहां से बोट बाहर आती है वह गेट बंद था। मेन गेट पर तैनात गार्ड से पूछकर जब बेसमेंट में पहुंचा गया तो यहां कुछ बोट खुली हुई रखी दिखीं, वहीं अधिकतर बोट पैक ही थीं। बोट पर धूल जमीं हुई थी।

खेलो इंडिया से हुई रामगढ़ताल में रोइंग की शुरुआत

रामगढ़ताल में मई 2023 में आयोजित हुई रोइंग प्रतियोगिता की सफलता के बाद रामगढ़ताल देश में टूरिज्म के साथ ही रोइंग गेम्स के नक्शे पर भी उभरा था। लेकिन, इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश से सिर्फ प्रयागराज की टीम ने भाग लिया और उसे हार का सामना करना पड़ा। प्रदेश में और कहीं भी रोइंग की ट्रेनिंग नहीं दी जाती है। इसके बाद खेल विभाग ने यहां रोइंग की संभावनाओं को देखते हुए रोइंग कोच की नियुक्ति कर दी और जर्मनी से 20 बोट के भी ऑर्डर दे दिए। इसके बाद रीजनल स्पोट्र्स स्टेडियम में रोइंग ट्रेनिंग के लिए खिलाडिय़ों का रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ। पहले बैच में 35 खिलाडिय़ों का रजिस्ट्रेशन हुआ, इसके बाद उन्हें रीजनल स्पोट्र्स रोइंग प्रतियोगिता के लिए फिजिकल ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया गया, लेकिन ज्यादातर को बोट से प्रशिक्षण नहीं मिल सका।

गोरखपुर महोत्सव में निकाली गई थीं कुछ बोट

अगस्त में आने के बाद बोट वाटर स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में बंद पड़ी थीं, ऐसे में गोरखपुर महोत्सव के पहले दिन कुछ बोट को बाहर निकाला गया था, इसे ट्रेंड नाविकों ने चलाया था। इस दौरान ट्रेनिंग ले रहे कुछ बच्चों को भी बोट चलाने का मौका दिया गया, लेकिन इसके बाद बोट फिर बेसमेंट में चली गई और दोबारा नहीं निकली।

10 से 20 लाख रुपये तक की हैं बोट

सिंगल:10 लाख रुपये

डबल: 15 लाख रुपये

क्वाड्रपल: 20 लाख रुपये

वाटर स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स में खिलाडिय़ों को रोइंग की ट्रेनिंग दी जा रही है। अगले महीने से नया बैच शुरू किया जाएगा। बोट से भी ट्रेनिंग दी जाएगी।

गणेश निषाद, कोच रोइंग

रोइंग की ट्रेनिंग अभी बंद है। अभी रोइंग की ट्रेनिंग देना मुश्किल है। चुनाव के बाद यानी जून या जुलाई से रोइंग की ट्रेनिंग दोबार शुरू की जाएगी।

आले हैदर, रीजनल स्पोट्र्स ऑफिसर

रोइंग के लिए पिछले साल रजिस्ट्रेशन कराया था, गोरखपुर महोत्सव के दौरान कुछ दिनों तक रोइंग की ट्रेनिंग मिली, पर इसके बाद फिर सब बंद हो गया।

अंकित चौधरी, खिलाड़ी

वाटर स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स में कोच रोइंग की ट्रेनिंग देते हैं, इस समय ट्रेनिंग बंद है तो मैं घर आ गया हूं, अब वापस जाकर फिर से ट्रेनिंग शुरू करूंगा।

रीतेश, खिलाड़ी