गोरखपुर (ब्यूरो)।वहां मौजूद लोगों के बीच-बचाव के बाद किसी तरह से मामला शांत हुआ। इसके बाद अटेंडेंट अपने पेशेंट को घर लेकर चले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाया। उधर जूनियर डॉक्टर्स ने इस संबंध में पुलिस चौकी पर पहुंच कर लिखित कंप्लेन की है।

नहीं थी स्टाफ नर्स

महराजगंज जिले के नौतनवा निवासी पंकज सिंह को पेट में गैस व कब्ज की प्रॉब्लम थी। मंगलवार शाम उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड नंबर 11 के बेड नंबर 65 पर भर्ती किया गया। बुधवार शाम लगभग 4 बजे पेशेंट की ड्रिप खत्म हो गई। इसके बाद परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात स्टाफ से ड्रिप बदलने के लिए कहा। वार्ड ब्वाय ने कहा कि स्टाफ नर्स नहीं है। इसके बाद अटेंडेंट जूनियर डॉक्टर के पास पहुंचे और बोले की अगर स्टाफ नर्स नहीं है तो हमारे पेशेंट को डिस्चार्ज कर दीजिए। जूनियर डॉक्टर ने कहा कि सीनियर डॉक्टर आएंगे, तभी डिस्चार्ज किया जा सकता है। इसी बात को लेकर अटेंडेंट और जूनियर डॉक्टर के बीच कहासुनी हो गई।

बिना सूचना हॉस्पिटल से ले गए, डॉक्टर ने की कंप्लेन

ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने मैसेज कर हॉस्टल से जूनियर डॉक्टर बुला लिए। इसके बाद अटेंडेंट-जूनियर डॉक्टर्स के बीच हाथापाई होने की नौबत आ गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर मामले को शांत करवाया। मामला बिगड़ता देखकर परिजन पेशेंट को लेकर एक प्राइवेट अस्पताल चले गए। उधर जूनियर डॉक्टर्स ने चौकी पुलिस को एक लिखित तहरीर दी है। तहरीर पर पेशेंट के तीमारदार के खिलाफ मारपीट, गाली गलौज, इलाज में बाधा पहुंचाने और बिना सूचना दिए पेशेंट को ले जाने की कंप्लेन की है।

बीआरडी में बार-बार हो रहे विवाद

2 फरवरी 2023 को बीआरडी में देवरिया जिले के दिव्यांग अपने चाची को देखने के लिए आया था। जूनियर डॉक्टर्स ने उसकी बेरहमी से पिटाई की थी।

29 अक्टूबर 2022 को पिपराइच एरिया के घनश्याम राजभर ने डॉक्टर्स पर मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया तो जूनियर डॉक्टर्स ने उनकी पिटाई कर दी।

4 अगस्त 2022 को सिद्धार्थनगर के युवक ने भी मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया तो जूनियर डॉक्टर्स ने उसे पकड़कर बुरी तरह पीट दिया।

2 अगस्त 2022 को सहजनवां निवासी कुंवर को बीआरडी में एक्सपॉयर ब्लड चढ़ा दिया गया। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनकी डॉक्टर्स ने पिटाई कर दी।

21 अगस्त 2021 को जूनियर डॉक्टर्स एक व्यक्ति की पिटाई कर रहे थे। उनकी बेटी जब इसका वीडियो बनाने लगी तो जूनियर डॉक्टर्स ने युवती की भी पिटाई की।

25 जुलाई 2019 को बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड नंबर 9 में भर्ती रामदुलारे को जूनियर डॉक्टर्स ने दौड़ाकर बुरी तरह से पीटा।

12 जुलाई 2019 को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मरीज आनंद कुमार चौरसिया की मौत हो गई। परिवार के लोगों ने दोबारा जांच के लिए मांग की तो जूनियर डॉक्टर्स ने दौड़ाकर पीटा।

22 जुलाई 2019 को बीआरडी में इलाज के दौरान अंशु नाम के मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया तो डॉक्टर्स ने परिवार के लोगों को बुरी तरह से पीट दिया।

6 दिसंबर 2019 को मेडिसिन वार्ड में देवरिया के अटेंडेंट को भी जूनियर डॉक्टर्स ने बेरहमी से पीट दिया।

10 दिसंबर 2018 को सर्जरी वार्ड नंबर 4 में भर्ती मरीज आकांक्षा के पिता कोमल को जूनियर डॉक्टर्स ने पीट दिया।

12 सितंबर 2018 को बीआरडी के मेडिसिन वार्ड में भर्ती मरीज को देखने आई देवरिया की महिला को यहां के डॉक्टर्स ने पीटा था।

8 नवंबर 2016 को बीआरडी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती खुशबू के परिवार के लोगों को भी जूनियर डॉक्टर्स ने पीटा था।

मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर तीमारदार और जूनियर डॉक्टर्स के बीच हाथापाई हुई है तो गलत है। यदि परिजन कंप्लेन करते हैैं तो जांच कराई जाएगी।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज