गोरखपुर (ब्यूरो)। अर्थदंड न देने पर अभियुक्तों को छह माह कारावास अलग से भुगतना होगा.अभियोजन पक्ष की ओर से सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता बृजेश कुमार ङ्क्षसह एवं संजीत शाही का कहना था कि घटना 18 मार्च, 2011 की है। वादिनी के ससुर श्यामनरायण शुक्ल संतकबीर नगर में राजस्व विभाग में कर्मचारी हैं। वह घर आकर दरवाजे पर बैठे थे। उसी समय सगे पट्टीदार अभियुक्त लाठी, फरसा और भाला से लैस होकर आए और उन्हें घेर कर गाली गुप्ता व जान मारने की धमकी देने लगे। शोर सुनकर सास गुलाबी देवी बाहर निकलीं तो उनके भी बाल पकड़ कर उन्हें पटक दिए। पति कैलाश व देवर ओमप्रकाश बीच बचाव करने आए तो अभियुक्तगण ने उन्हें भी जान मारने की नीयत से मारपीट कर घायल कर दिया। डाक्टर ने पति कैलाश व सास गुलाबी की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। न्यायाधीश ने पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर उक्त निर्णय दिया।

तालाब में मिला बच्ची का शव, जांच में जुटी पुलिस

पिपराइच क्षेत्र का मामला, बच्ची के मौसेरे भाई ने दी हत्या की सूचना

पिता ने बताया मानसिक रूप से बीमार थी बेटी, कर रहे थे तलाश

पिपराइच के बैलो गांव में स्थित तालाब में सोमवार को बच्ची का शव मिला। उसकी पहचान नौ वर्षीय सूफिया के रूप में हुई। पिता शमशाद के अनुसार रविवार की रात में बेटी उनके पास सोई थी। इसी बीच दूसरे गांव के रहने वाले बच्ची के मौसेरे भाई ने पिपराइच पुलिस को हत्या कर तालाब में शव फेंकने की सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए पिता से पूछताछ की।

पुलिस की पूछताछ में सूफिया के पिता शमशाद ने बताया कि उनकी बेटी मानसिक रूप से बीमार थी। रात में नींद खुलने पर जब वह नहीं मिली तो खोजबीन की जा रही थी। इसी बीच उसका शव तालाब में उतराता हुआ मिला। बेटी के मौसेरे भाई ने गलत सूचना दी है। पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पीआरवी को हत्या की सूचना मिली थी। पिपराइच पुलिस मौके पर पहुंची तो शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजी है। पिता और ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला है कि उसको दिखाई कम देता था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।