गोरखपुर (ब्यूरो)। जिले मेें रजिस्टर्ड 12.85 लाख गाडिय़ों की तुलना में 7.56 लाख गाडिय़ों में ही एचएसआरपी लग सकी है। 5 लाख से अधिक गाडिय़ां अभी भी बिना एचएसआरपी के दौड़ रही हैं। इसके पीछे विभाग की लापरवाही व अवेयरनेस की कमी की बात सामने आ रही है। दूसरी ओर, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट अभियान चलाकर चालानी कार्रवाई कर रहा है।

करीब तीन साल पहले वाहनों में नंबर प्लेट लगवाने का निर्देश जारी हुआ था। इसके बाद दो साल कोविड काल के चलते इस पर परिवहन विभाग ने छूट दे दी थी। अब जब हालत सामान्य हुए तो भी नंबर प्लेट लगवाने में तेजी नहीं है।

वाहन मालिकों ने नहीं दिखाई रुचि

एचएसआरपी के प्रति लोगों की लापरवाही को लेकर आरटीओ गंभीर नहीं है। हालांकि, वाहन मालिकों को पूरी सहूलियत दी गई, इसके बावजूद भी किसी ने नंबर प्लेट लगवाने की रुचि नहीं दिखाई। समय सीमा के अंदर कामॅर्शियल और प्राइवेट वाहन मालिकों को एचएसआरपी नंबर प्लेट लगवाने की छूट मिली थी, लेकिन इसके बावजूद सभी लोग एचएसआरपी लगवाने नहीं पहुंचे। साथ ही न तो विभाग ने इसके खिलाफ कोई कार्रवाई की।

कई वाहनों का नहीं है पता

परिवहन विभाग का कहना है कि विभाग में कुछ ऐसे वाहन दर्ज हैं, जो या तो कबाड़ हो चुके हैं या लोगों के घरों और गोदाम में कंडम अवस्था में खड़े हैं। कई ऐसे वाहनों की चोरी भी हो चुकी है। उनके पुर्जे खोलकर अन्य वाहनों में फिट कर दिए गए हैं। ऐसे वाहनों को खोज पाना विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है।

एक नजर में एचएसआरपी

9106 हैवी व्हीकल

11,745 लाइट व्हीकल

92,652 लाइट मोटर व्हीकल

1903 लाइट व्हीकल

392 मीडियम गुड्स व्हीकल

692 मीडियम व्हीकल

6,10,505 टू व्हीलर

28065 थ्री व्हीलर

7,56,222 वाहनों में एचएसआरपी

529285 वाहनों पर अभी तक एचएसआरपी नहीं है

परिवहन विभाग का दावा

परिवहन विभाग का दावा है कि हर महीने 70 से 75 बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के चालान किए जा रहे हैं। एआरटीओ प्रवर्तन नरेंद्र यादव ने बताया कि नए वाहनों का एजेंसी से ही एचएसआरपी लग जा रहा है। कामॅर्शियल के अधिकांश वाहनों में एचएसआरपी लग चुके हैं। निजी वाहनों में अभी तक कुछ लोगों ने नंबर प्लेट नहीं लगवाया है। बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के वाहनों का रिन्युअल और फिटनेस भी नहीं होता है।

वाहनों में एचएसआरपी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य है। बिना नंबर प्लेट के वाहन सड़कों पर चले रहे हैं उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई की जाती है। साथ ही ऐसे वाहनों मालिकों को नोटिस जारी कर दी गई है।

नरेंद्र यादव, एआरटीओ प्रवर्तन