गोरखपुर (ब्यूरो)।डेंगू के डंक ने इस कदर कहर बरपाया कि हेल्थ डिपार्टमेंट के सारे प्रिडक्शन और तैयारियां धाराशाही होती गईं। हालांकि ठंड के करीब आने और शासन की सख्ती के बाद एंटी लार्वा का युद्ध स्तर पर छिड़काव ने राहत पहुंचाई।

डेंगू ने 318 लोगों का किया शिकार

ईस्ट यूपी की सबसे खराब बीमारी माने जाने वाली जेई-एई के जहां 2017 में कुल 816 केसेज आए थे। इस पीरियड में डेंगू के मात्र 11 केस ही मिली। जबकि जेई पॉजिटिव 52 व मलेरिया के 41 केसेज मिले। बात 2022 की आई तो 127 लोगों में जेई-एईएस की पुष्टि हुई। डेंगू ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 318 केसेज सामने आए, इन केसेज को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट के माथे से पसीना छूट गया। मलेरिया के भी 35 केसेज रिकॉर्ड में दर्ज किए गए।

जेई-एई के बेहद कम हुए केसेज

वेक्टर डिजीज प्रभारी व एसीएमओ डॉ। एके चौधरी ने बताया कि जेई-एई व जेई पॉजिटिव के केसेज में काफी कमी आई है। सभी पीएचसी-सीएचसी पर जेई-एई के केसेज को लेकर पहले से अलर्ट जारी किया गया है। यह बेहद पुरानी बीमारी रही है, लेकिन धीरे-धीरे यह दम तोड़ रही है। यही वजह है कि अब केसेज बहुत कम हो चुके हैैं। जहां कहीं से आते भी हैैं तो वहां पूरा हेल्थ कैंप के जरिए साफ-सफाई और इलाज का पूरा ध्यान रखा जाता है। इस बार डेंगू के केस काफी बढ़े हैं। अब मौसम के साथ यह कंट्रोल में हैं।

ईयर - जेई-एई - जेई पॉजिटिव- मलेरिया - फाइलेरिया - कालाजार - डेंगू

2017 - 816 - 52 - 25 -41 - 00 - 11

2018 - 435 - 35 - 5 - 23 - 00 - 25

2019 - 262 - 35 - 11 - 29 - 01 - 114

2020 - 227 - 13 - 1 - 12 - 01 - 9

2021 - 240 - 12 - 11 - 83 - 00 - 67

2022 - 127 - 7 - 00 - 35 - 00 - 318

मलेरिया विभाग बनाता है इनकी रिपोर्ट

- एईएस

- जेई पॉजिटिव

- डेंगू पॉजिटिव

- चिकनगुनिया पाजिटिव

- स्क्रब टाइफस पॉजिटिव इन एईएस

- मलेरिया पॉजिटिव केसेज

- फाइलेरिया केसेज

- कालाजार केसेज

- हाई ग्रेड फीवर रिपोर्ट

- आरडीटी मलेरिया

- डेंगू किट