गोरखपुर (ब्यूरो)। हालांकि, कुछ इलाकों में स्थिति बेहतर है, जिसकी बदौलत शहरी एरिया में 12 परसेंट बिजली चोरी के मामले रह गए हैं। इसी तरह रूरल इलाकों में 28 से 30 से परसेंट चोरी के मामले सामने आए हैं।

लाइनलॉस की मांग रिपोर्ट

बिजली चोरी को रोकने के लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड कॉमर्शियल डॉयरेक्टर राजेंद्र प्रसाद ने सख्त निर्देश दिए हैं। शत प्रतिशत बिजली चोरी रोकने के लिए हर फीडर के लाइन लास की रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में शहरी क्षेत्र में कुल 12 फीसदी बिजली चोरी के मामले सामने आए हैं। जबकि, रूरल एरियाज की बात करें तो करीब 30 परसेंट से अधिक बिजली चोरी हो रही है। इस चोरी को रोकने के अब तक जो भी प्रयास किए गए हैं, वह फेल साबित हुए हैं। यही कारण है कि अब बिजली निगम अभियान चलाकर बिजली की जांच करेगा। बताया जा रहा है कि सबसे अधिक बिजली चोरी बाईपास के जरिए की जा रही है। अभियान की जानकारी होते ही लोग बाईपास हटा ले रहे हैं। इसमें भी क्षेत्र के लाइनमैन और जेई की भूमिका संदिग्ध बताई गई है।

इन इलाकों में है सबसे अधिक बिजली चोरी

बिजली घर बिजली चोरी (परसेंटेज)

बक्शीपुर 68.96

लोहिया इनक्लेव 51.37,

रुस्तमपुर 32.62

नॉर्मल इलाके 30.23,

सर्किट हाउस 30.32,

लाल डिग्गी 27.05,

मेडिकल कॉलेज 23.53

लाइनलॉस को रोकने के लिए बिजली निगम बेहद सख्त है। इसे लेकर अभियान चलाया जाएगा, जिन इलाकों में बिजली चोरी के मामले ज्यादा है। वहां विशेष जांच के निर्देश दिए गए हैं। हर हाल में बिजली चोरी रोकी जाएगी।

ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह, एसई शहर