गोरखपुर (ब्यूरो): इस मामले में जब पुलिस ने पूछताछ की तो अजीबो-गरीब खुलासे हुए। जालसाज भर्ती का ठेका तो लेने के दौरान कैंडिडेट्स की सहूलियत का भी ख्याल रख रहे थे। उन्होंने पास कराने के लिए केबीसी से भी ज्यादा ऑप्शन दे रखे थे, जिससे कि वह उन्हें पेपर सॉल्व करवा सकें। इसमें एडमिट कार्ड की फोटो बदलने, सिग्नेचर, थंब इंप्रेशन बदलकर एग्जाम देने, सॉल्वर बैठाने के साथ ही पेपर लीक कराकर उसे रटाने का ऑप्शन भी दिया।

तीन कैंडिडेट जाल में फंसे

कैंट पुलिस ने कांस्टेबल भर्ती एग्जाम पास कराने और सरकारी नौकरी दिलाने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस भर्ती एग्जाम से पहले गोरखपुर की गैंग ने तीन कैंडिडेट को जाल में फंसाया था। उन्हें एग्जाम का पेपर भी मुहैया कराया। साथ ही सहारा स्टेट स्थित एक घर में रात भर क्वेश्चन पेपर के आंसर को भी रटाया। नौ-नौ लाख रुपए में प्रति कैंडिडेट सौदा तय हुआ। लेकिन एग्जाम में एक भी क्वेश्चन नहीं आए तब कैंडिडेट ने चुप्पी तोड़ी और गैंग का पर्दाफाश हुआ। वॉट्सएप चैट से पता चला है कि इस गैंग के पढ़े लिखे सभी सदस्य यूपी, झारखंड और बिहार राज्यों में पूर्व में समय से पहले पेपर सॉल्व कर कैंडिडेट को बेच चुके हैं। आइए जानते हैं इस शातिर गैंग की मॉडस ऑपरेंडी आखिर क्या है।

चार आइडिया फेल, तभी पेपर लीक

इन शातिरों के पास से 24 एडमिट कार्ड मिले हैं। लेकिन इनके जाल में केवल तीन कैंडिडेट ही फंसे। एग्जाम में सख्ती देखते हुए शातिरों को चार आइडिया जब फेल हो गया। तब इन्होंने जाल में फंसे तीनों कैंडिडेट को अपने सहारा स्टेट स्थित घर पर बुलाया। वहां पर हाथ से लिखा हुआ एक क्वेश्चन पेपर देकर, तीनों कैंडिडेट को रात भर आंसर रटाया गया। शातिरों पूरी रात यही कहते रहे कि रट लो यही आएगा। फस्र्ट पाली में तीनों कैंडिडेट का एग्जाम था। एग्जाम में एक भी क्वेश्चन नहीं आया। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ।

यूनिवर्सिटी कैंटीन में सेट किए गए कैंडिडेट

पुलिस भर्ती एग्जाम में बैठने वाले जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र के कैंडिडेट अनिकेत यादव, आदित्य यादव और संतोष कुमार की तहरीर पर कैंट थाने में मुकदमा लिखा गया है। तीनों कैंडिडेट को अलग-अलग शातिरों ने फंसाया है। कैंडिडेट ने पुलिस को बताया कि खोराबार के लहसड़ी निवासी 24 वर्षीय जय पांडेय, लालपुर टीकर के रामा यादव उर्फ रंजीत यादव, अजय कुमार यादव और सुबा बाजार के लाल साहब ने यूनिवर्सिटी कैंटीन के पास बुलाया। उन्होंने बताया कि पुलिस परीक्षा में उनका जुगाड़ है। नौ लाख रुपए लगेंगे पुलिस परीक्षा पास करा देंगे। शातिरों ने यह भी कहा कि कुछ पैसे पहले बाकी बाद में दे देना।

पढ़े लिख हैं सभी शातिर जालसाज

अभियुक्त वर्तमान कर रहे हैं

जय पाण्डेय एलएलबी डीडीयूजीयू

रामा यादव सरकारी नौकरी की प्रिपरेशन

अजय यादव प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी

लाल साहब लेक्चरर बनने की तैयारी

सिपाही तो नहीं मुजरिम बन गए

पुलिस ने बताया है कि कैंडिडेट अनिकेत यादव, आदित्य यादव और संतोष कुमार ने कांस्टेबल बनने के लिए गलत रास्ता अपनाया था। इसलिए तीनों कैंडिडेट पर भी मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

बदमाशों के पास से बरामद सामान

यूपीपी परीक्षा के हस्त लिखित क्वेश्चन पेपर और आंसर कुंजी

5 मोबाइल और एक टैब

एक चार पहिया और एक स्कूटी

24 एडमिट कार्ड

परीक्षा में पास कराने और नौकरी दिलाने वाली गैंग पकड़ी गई है। इनके पास से पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले 24 कैंडिडेट का एडमिट कार्ड भी मिला है। गैंग के पास से यूपी के अलावा भी अन्य प्रदेश की प्रतियोगी परीक्षाओं में सेंध लगाने के सबूत मिले हैं।

कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी