गोरखपुर (ब्यूरो)।वह वल्र्ड वेटलैंड डे पर हेरिटेज फाउंडेशन, वन विभाग व शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान के संयुक्त सहयोग में आयोजित कार्यक्रम में अपनी बातें रख रहे थे।

उठाए जा रहे हैं कदम

इस मौके पर नेचर ट्रेल, बर्ड वॉच व पर्यावरणविद् फिल्म निर्माता माइक हरि गोविंद पांडेय की फिल्मों के प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीएफओ ने बताया कि गोरखपुर में रामगढ़झील, प्राणी उद्यान के वेटलैंड, परगापुरताल, चिलुआताल, सरुआताल समेत अन्य झील के संरक्षण के लिए जनसहयोग से कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार ने भी अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत तालाबों के संरक्षण के दिशा में काम कर रही है। वेटलैंड पारिस्थिति तंत्र के संतुलन बनाए रखने के लिए वन, पर्यावरण एवं वेटलैंड का संरक्षण करना होगा।

फेफड़ा है वेटलैंड

हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका डॉ। अनिता अग्रवाल ने कहा कि ईश्वर की बनाई इस दुनिया में कोई व्यक्ति संपूर्ण नहीं है। पेड़ पौधे जल जंगल पशु पक्षियों सब के साथ ही जीवन है। कहा कि आज यह आवश्यकता है कि हम वेटलैंड को बचाएं और सह अस्तित्व की अवधारणा को लेकर चलें। पर्यावरणविद् भुवनेश्वर पांडेय ने वेटलैंड को फेफड़ा बताया, कहा कि यदि फेफड़ा ही खराब हो जाएगा तो जीवन कैसे बचेगा। प्राणी उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डॉ। योगेश प्रताप सिंह ने भी वेटलैंड के संरक्षण एवं उनकी महत्ता से सभी को अवगत कराया। प्राणी उद्यान के रेंजर राजेश पांडेय सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी के बाद पक्षी प्रेमियो ने प्राणी उद्यान के 34 हेक्टेयर के वेटलैंड एरिया में नेचर ट्रेल का आनंद उठाया। वाइल्ड लाइफ फिल्ममेकर डॉ। माइक हरि गोविंद पांडेय की फिल्म वेटलैंड एंड सारस क्रेन दिखाई गई।