-कोरोना से फ्रंटलाइन वारियर्स की जंग होती जा रही तेज

-फैमिली मेंबर्स को सेफ रखने के लिए खुद को कर रहे अलग

GORAKHPUR:

हमारे थाने पर पुलिस कर्मचारियों की कोरोना की जांच कराई गई तो ज्यादा केसेज मिले। आठ लोग पाजिटिव पाए गए हैं जिनको आइसोलेट किया गया है। शुरुआती जांच में पाजिटिव पाए गए लोगों को राहत मिल गई है। लेकिन नए मरीज सामने आने से हम लोग अपने साथ-साथ फैमिली का ध्यान रख रहे हैं। हमारे बच्चे यहां से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर रहते हैं। लेकिन उन पर कोरोना का कोई असर न पड़े और हमारा काम भी प्रभावित न हो इसको देखते हुए हम करीब 12 दिन से क्वार्टर पर नहीं गए। यह कदम सिर्फ कैंट इंस्पेक्टर ही नहीं उठा रहे। बल्कि हर वह पुलिस कर्मचारी इस बात पर पूरा ध्यान दे रहा है जो पब्लिक के लिए बीच दिन-रात काम कर रहा है। मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी पर तैनात स्टॉफ ने पहले से ज्यादा एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। पुलिस कर्मचारी ऐसा सिर्फ इसलिए कर रहे हैं कि वह पब्लिक के साथ-साथ अपने फैमिली मेंबर्स को फिट रख सकें।

कमरे में हो जा रहे आइसोलेट, निपटा रहे कामकाज शहर में कोरोना संक्रमण का अटैक फ्रंट लाइन वारियर्स पर होने लगा है। लॉकडाउन लागू होने के बाद से पब्लिक की सुरक्षा में जुटे पुलिस कर्मचारियों को कोरोना अपनी चपेट में ले रहा है। ड्यूटी में आराम का अभाव पुलिस कर्मचारियों को इसके संक्त्रमण का शिकार बना रहा है। वर्दी वालों के कोरोना संक्त्रमित होने के बाद से तमाम पुलिस कर्मचारियों ने घर जाना छोड़ दिया है। थाना कैंपस या फिर किसी अन्य जगह पर अकेले कमरे में रहकर कामकाज निपटा रहे हैं। जिले में कैंट थाना पर कोरोना संक्रमण का असर सबसे ज्यादा पड़ा है। हालत यह है कि करीब 12 दिनों से कैंट इंस्पेक्टर पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित अपने आवास पर नहीं गए हैं। इंस्पेक्टर का कहना है कि पब्लिक के साथ-साथ फैमिली की सुरक्षा का ध्यान भी रखना है।

कई पुलिस स्टाफ ने फैमिली को भेजा गांव

हाल के दिनों में एसएसपी बंगले से लेकर पुलिस लाइन तक में कोरोना संक्त्रमण की चपेट में कोई न कोई पुलिस कर्मचारी आया है। ड्यूटी को देखते हुए पुलिस कर्मचारियों ने सुरक्षा पर पूरा ध्यान शुरू कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान कई पुलिस कर्मचारियों के पत्‍‌नी और बच्चे साथ में थे। लेकिन तब पुलिस कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण नहीं था। सिर्फ बचाव के उपाय अपनाकर पुलिस कर्मचारी ड्यूटी निभाते रहे। अब संक्रमण बढ़ने पर पुलिस कर्मचारियों के सामने अपने साथ-साथ बच्चों को सेफ रखने की चुनौती है। इसलिए कई इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाहियों ने अपने फैमिली मेंबर्स के गांव भेज दिया है।

थानों पर बीत रहा रात दिन, कमरे नहीं जाएंगे

जिले में कई ऐसे इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर हैं जो विभिन्न थानों पर तैनात हैं। उनके फैमिली मेंबर्स शहर में कहीं न कहीं किराए के मकान में रहते हैं। थानों का कामकाज निपटाने में लगे पुलिस कर्मचारी वायरस से बचने के चक्कर में जिले के भीतर निवास कर रहे परिजनों से नहीं मिल पा रहे। सबको लग रहा है कि डयूटी के दौरान कभी भी संक्त्रमण के शिकार हो सकते हैं। इसलिए सभी पुलिस कर्मचारी बचाव के उपाय अपनाने में लगे हैं।

हाल के दिनों में सामने आए मामले

डेट कॅजिटिव पुलिस कर्मचारी

22 जुलाई 06 पुलिस कर्मचारी

16 जुलाई 04

15 जुलाई 05

14 जुलाई 01

13 जुलाई 14

12 जुलाई 04

10 जुलाई 01

06 जुलाई 01

ये उपाय अपना रहे पुलिस कर्मचारी

ड्यूटी के दौरान इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजों का उपयोग कर रहे हैं।

थानों पुलिस कर्मचारियों के बीच काढ़ा का वितरण कराया जा रहा है।

ऑफिस में चाय की जगह काढ़ा और गुनगुने पानी की व्यवस्था

मॉस्क, सेनेटाइजर का इस्तेमाल पुलिस कर्मचारी कर रहे हैं।

ड्यूटी के बाद कमरे पर पहुंचकर रोजाना नहाना, कपड़े साफ करने की व्यवस्था

पर्याप्त नींद लेने की कोशिश, संक्रमण से बचाव के लिए खुद को अलग रखकर रेस्ट कर रहे हैं।

किस तरह की ड्यूटी निभा रही पुलिस

पुलिस के रूटीन के सभी कार्य

अपराधियों की धर पकड़, पब्लिक की समस्याओं का निस्तारण

ट्रैफिक व्यवस्था का संचालन, कानून-व्यवस्था का पालन कराना

हॉट स्पॉट वाले एरिया में प्रापर ड्यूटी, लॉक डाउन को लेकर कार्रवाई

व्हीकल चेकिंग के साथ-साथ मास्क न पहनने वालों के खिलाफ एक्शन

मुकदमों के निस्तारण और लंबित विवेचनाओं की फाइलों को पूरा करने का काम

वर्जन

सभी पुलिस कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है ड्यूटी में किसी तरह की लापरवाही न बरतें। हम सुरक्षित रहकर ही पब्लिक की सुरक्षा की कर सकेंगे। इसको देखते हुए सभी को प्रापर डाइट लेने, काढ़ा पीने और विटामिन सी वाली वस्तुओं के खाने-पीने पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी अहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी