- जीपीएस लोकेशन से उतरती हरियाणा की शराब

- पकड़े गए कैरियर, बरामद हुई 190 पेटी अवैध शराब

- कुशीनगर जा रहे कबाड़ में पुलिस को मिली कामयाबी

- उल्टा कबाड़ ले जाने से पुलिस को हुआ तस्करी का संदेह

हरियाणा और पंजाब से बिहार बार्डर तक शराब की तस्करी करने वाले गैंग के शातिर हाईटेक हो गए हैं। हरियाणा से चलने वाली खराब की खेप किसे, कहां पर कैसे देनी है। इसकी कोई जानकारी ड्राइवर और खलासी को नहीं होती। व्हीकल में लगे जीपीएस के जरिए तस्कर उसकी ट्रेकिंग करते हैं। कुशीनगर और देवरिया बार्डर पर पहुंचते ही व्हीकल को रोककर शराब की पेटियों की अदला-बदली कर दी जाती है। इस दौरान ड्राइवर और खलासी को कुछ पता नहीं होता कि किसने और किसे शराब की खेप भेजी थी। हर बार तस्करी की शराब पकड़ने के लिए पुलिस कैरियर को जेल भेजकर जिम्मेदारी निभा लेती है। बुधवार को गीडा पुलिस ने जीरो प्वाइंट कालेसर के पास से 190 पेटी, पांच लाख रुपए की कीमत की शराब बरामद हुई। पहले की तरह पुलिस ने ड्राइवर और खलासी को जेल भेजकर अपनी कार्रवाई पूरी कर ली। इस मामले में पड़ताल में सामने आया कि तस्करों के स्मार्टनेस के आगे पुलिस की इनवेस्टिगेशन फेल हो जाती है। इस वजह से हरियाणा और पंजाब सरगना बच निकलते हैं।

कबाड़ में छिपाई शराब, पुलिस ने किया बरामद

गीडा में एरिया में पुलिस जांच पड़ताल कर रही थी। एक मिनी ट्रक को देखकर पुलिस को शक हुआ। ढाला का लॉक खोलने पर उसमें कबाड़ मिला। ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि वह कबाड़ लेकर कुशीनगर जा रहा है। गोरखपुर और आसपास एरिया से कबाड़ का सारा माल कानपुर की ओर जाता है। बिहार की तरफ जा रहे मिनी ट्रक में कबाड़ को देखकर पुलिस ने सघन जांच की तो अलग से बने केबिन में 190 पेटी शराब मिली। पूछताछ में ड्राइवर और खलासी की पहचान राजस्थान, सीकर, रामगढ़ के वार्ड नंबर नौ, धाबाबाई कॉलोनी निवासी अशोक सिंह और हरियाणा के पानीपत माडलटाउन, जाटल रोड, सोंधापुर के संदीप के रूप में हुई। दोनों से पूछताछ में तस्करी का माल लोड कराने और उसे रिसीव करने वालों की जानकारी नहीं मिल सकी।

हर बार बच निकलते तस्कर, नहीं होती जांच

गोरखपुर के रास्ते पंजाब और हरियाणा की शराब बिहार में खपाई जाती है। बिहार में शराब बंदी लागू होने के बाद से भारी मात्रा में बरामदगी हुई है। हर बार पुलिस ने ड्राइवर और खलासी को अरेस्ट किया। लेकिन रैकेट से जुड़े किसी सरगना पर शिकंजा नहीं कस सका। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि जांच के लिए हरियाणा जाने से बचने में पुलिस खेल कर जाती है। लंबी चेन होने और हाईटेक तरीके से तस्करी करने की वजह से पुलिस पीछे रह जाती है।

ट्रैवलर में मिली 15 पेटी अवैध शराब

चौरीचौरा एरिया के फुलवरिया चौराहे के पास ट्रक और ट्रैवलर की टक्कर में 15 पेटी शराब बरामद हुई। गुरुवार दोपहर दोनों वाहनों की टक्कर में ट्रैवलर को काफी नुकसान पहुंचा। पुलिस पहुंची तो शराब की स्मेल आने लगी। ड्राइवर की सीट के पास बने केबिन में शराब की बोतल छिपाई गई थी। पकड़े जाने के डर से पुलिस को चकमा देकर उसमें सवार लोग गन्ने के खेतों में भाग गए। काफी मेहनत के बाद उनको हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।

वर्जन

तस्करी के मामले में पुलिस विवेचना पूरी करती है। हरियाणा से बिहार तक शराब पहुंचाने में कई गैंग काम कर रहे हैं। पूर्व में दर्ज सभी मामलों में कार्रवाई की गई है। सर्विलांस की मदद से इस नेटवर्क की पड़ताल की जाएगी। अन्य सभी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

अरविंद कुमार पांडेय, एसपी नार्थ