-एसएसपी ने मांगी रिपोर्ट तो दिया गोलमोल जवाब

प्रापर्टी के विवादों को निस्तारित कराने को उपाय

GORAKHPUR:

प्रापर्टी के विवादों के निपटारे के लिए नई पहल हो रही है। भूमि पर कब्जे से लेकर मकान के विवाद में थानेदारों की मनमानी नहीं चलेगी। हाल के दिनों में प्रापर्टी को लेकर हुई घटनाओं को देखते हुए एसएसपी ने मानीटरिंग शुरू कराई है। विवादित मामलों की थानावार लिस्ट बनाकर एसडीएम, तहसीलदार और लेखपाल की मदद से सुलझाया जाएगा। लंबित विवाद और उससे बवाल की संभावना की डिटेल तैयार हो रही है। हालांकि इस अभियान के पहले चरण में ही थानेदारों ने कप्तान को पलीता लगा दिया है तथा लिस्ट मांगने पर एसएसपी आफिस को गोलमोल जवाब भेज दिया। थानेदारों ने भूमि विवादों का जिक्र तो किया। लेकिन किसी तरह के विवाद की आशंका नहीं जताई। जबकि जिले में भूमि विवाद को लेकर लगातार घटनाएं हो रही हैं। शनिवार को खोराबार, रुद्रपुर में कब्जा करने लेकर मनबढ़ों ने जमकर उत्पात मचाया। एक टेंट हाउस संचालक के बेटे को बेवजह पीट दिया।

पब्लिक को देंगे राहत, हर जगह की बन रही डिटेल

जिले में भूमि विवादों के कारण आए दिन कानून-व्यवस्था प्रभावित हो रही है। भूमि विवादों में पड़कर प्रापर्टी डीलर अपने बाहुबल से कब्जा करने के लिए बवाल कर रहे हैं। तो बाहरी दखल के कारण तमाम लोग अपनी भूमि पर निर्माण कार्य नहीं करा पा रहे। इसकी शिकायतें रोजाना पुलिस अधिकारियों को मिल रही हैं। हालत यह हो गई है कि एक शिकायत आने पर जब पुलिस अधिकारी पूछताछ करते हैं तो थानेदार, चौकी प्रभारी, पीडि़त और राजस्व का तालमेल समझ में नहीं आता है। कई बार पीडि़तों का आरोप होता है कि फर्जी तरीके से उनकी भूमि पर कब्जा कर लिया गया है। वह निर्माण कार्य करा रहे हैं तो पुलिस की मदद से कुछ लोग काम बंद करा दे रहे हैं। इसको लेकर एक ओर पीडि़त थानों का चक्कर लगाते हैं तो दूसरी ओर माफिया, दबंग और प्रभावशाली लोग दूसरों की भूमि पर आसानी से कब्जा कर लेते हैं। ऐसे में कई तरह की बवाल की आशंका भी रहती है। इस तरह के मामलों को निपटाने के लिए एसएसपी ने हर थानेदार से विवादित मामलों की सूची मांगी है।

थानेदारों से मांगी गई यह जानकारी

- थाना क्षेत्र में किस तरह भूमि के विवाद पेडिंग चल रहे हैं।

- विवादों में कोई बवाल या घटना होने की आशंका है कि नहीं।

- मामले का निस्तारण क्यों, कितने दिनों से नहीं हो सका है।

- विवाद में दो पक्षों के अतिरिक्त किस तरह के, कितने लोग शामिल होकर पैरवी कर रहे हैं।

- विवादित भूमि, प्रापर्टी, मकान में किसकी हिस्सेदारी रही है। विवाद की मुख्य वजह क्या है।

ऐसे कराया जाएगा निस्तारण

- विवादित प्रकरणों की लिस्ट अपडेट की जाएगी।

- फिर उस लिस्ट को डीएम, एसडीएम को भेजकर जानकारी दी जाएगी।

- भूमि, पक्षकारों से संबंधित पूरी जानकारी लेकर पुलिस मामले का निस्तारण कराएगी।

- बवाल की आशंका में पुलिस संबंधित पक्षों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

- राजस्व की टीम संग मिलकर पुलिस गुण-दोष के आधार पर फैसला करेगी।

विवाद तो है पर नहीं होंगे बवाल, 148 की बनी डिटेल

हाल के दिनों में भले भूमि को लेकर मर्डर, फायरिंग, तोड़फोड़ सहित अन्य तरह की घटनाएं हुई हैं। लेकिन थानेदार इसको लेकर सीरियस नहीं हैं। एसएसपी ने जो सूचना मांगी थी। उसे उपलब्ध कराते हुए कई थानेदारों ने गोलमोल रिपोर्ट भेजी है। थाना क्षेत्र में लंबित भूमि विवादों में बवाल की आशंका से इंकार किया गया है। हर मामले को मामूली मानकर थानेदारों ने रिपोर्ट भेजी है। जबकि लंबे समय से चल रहे प्रकरण को निपटाने में थानेदार नाकाम रहे हैं। फिर भी वो मानने को तैयार नहीं है कि किसी प्रकरण में विवाद हो सकता है। कभी राजस्व विभाग तो कभी तहसील दिवस और थाना समाधान दिवस का हवाला देकर टाला जा रहा है। जिले के सभी थानेदारों ने 148 मामलों की डिटेल एसएसपी को भेजी है। लेकिन अधूरी सूचना के कारण उसे वापस लौटाकर सही फार्मेट पर उपलब्ध कराने को कहा गया है।

भूमि से संबंधित जो भी विवाद लंबित हैं। उनके निस्तारण के लिए अभियान शुरू किया गया है। तहसीलवार एसडीएम को पत्र भेजकर प्रकरण को सुलझाने के लिए मदद ली जाएगी। मामले के बारे में सही जानकारी होने से बवाल रोकने में मदद मिलेगी। समय-समय पर इसकी मानीटरिंग होती रहेगी।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी