- पुलिस की कार्रवाई में सामने आए तस्करों के वर्किग स्पॉट
- राजघाट और गीडा एरिया में पुलिस ने की है कार्रवाई
GORAKHPUR: शहर में राप्ती नदी किनारे अवैध कारोबार चल रहा है। पुल के आर-पार सक्रिय स्मैक, गांजा, चरस और कच्ची शराब से जुड़े मेंबर इस पास से उस पार काम कर रहे हैं। राजघाट के अमरूतानी और चकराअव्वल से नौसढ़ होते हुए आसपास के एरिया में गैंग के सदस्य अवैध कारोबार में लगे हैं। तीन किलोमीटर के दायरे में हुई कार्रवाई से यह मामला सामने आया है। पुल के आसपास एक्टिव गैंग के मेंबर्स ग्राहक तलाश करके होम डिलीवरी करते हैं। एसएसपी का कहना है कि इस इलाके को चिन्हित किया जा चुका है। यहां पर जितने भी गैंग काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई जारी है। हाल में पकड़े गए लोगों से जो जानकारी मिली है, उसके आधार पर इस रैकेट से जुड़े बड़े लोगों की तलाश चल रही।
दो किलोमीटर में फैला पूरा कारोबार
राजघाट एरिया में टीपी नगर के पास से गीडा के नौसढ़ तक गांजा, चरस, स्मैक सहित अन्य तरह के अवैध कारोबार का दायरा करीब दो किलोमीटर तक फैला हुआ है। दिन हो या रात, कारोबार से जुड़े लोग सक्रिय रहते हैं। पिछले एक हफ्ते के भीतर पुलिस ने इस एरिया में एक्टिव कई कारोबारियों को पकड़ा। उनसे पूछताछ में सामने आया कि इस जगह बड़ी संख्या में कारोबारी एक्टिव रहते हैं। राप्ती नदी के इस पार से लेकर उस पार तक ग्राहक तलाश करके बिजनेस करते हैं।
धर्मशीला उर्फ डक्टराइन करती संचालन
24 जून को पुलिस ने पांच लाख रुपए कीमत के स्मैक और दो लाख रुपए के गांजा के साथ चार युवकों को पकड़ा। उनकी पहचान रामगढ़ताल निवासी उमेश निषाद, संदीप उर्फ मिंटू और आशीष निषाद और चकरा दोयम के धनंजय उर्फ गुड्डू निषाद के रूप में हुई। पूछताछ में पता लगा कि चकरा दोयम में रहने वाली धर्मशीला उर्फ डक्टराइन ही कारोबार चलाती है। उसका रिश्तेदार उतेज कुमार उर्फ रीतेश कुमार सप्लाई का काम संभालता है। पुल के दोनों तरफ रीतेश की गहरी पैठ है। वह तमाम लोगों के संपर्क में आकर इस कारोबार को अंजाम देता है।
महिलाओं के हाथ में गांजा कारोबार
पुल के दोनों तरफ दो किलोमीटर के दायरे में गांजा का कारोबार भी होता है। शनिवार को राजघाट पुलिस ने तीन महिलाओं को अरेस्ट किया। जिनके पास से भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ। महिलाओं से पूछताछ के बाद सामने आया कि नौसढ़ से लेकर टीपी नगर तक इनकी सक्रियता रहती है। महिला होने की वजह से इन पर कोई शक नहीं करता। इस वजह से ये लोग आराम से कारोबार को अंजाम देती हैं।
पुल के पास अवैध कारोबार
अमरूतानी- कच्ची शराब और स्मैक का सेंटर प्वॉइंट
चकरा दोयम- स्मैक और गांजा का कारोबार
नौसढ़, बहरामपुर दक्षिणी- अवैध शराब, स्मैक और गांजा
उत्तरी कोलिया - अवैध शराब का कारोबार
क्या होती है प्रॉब्लम
स्मैक बिकने की वजह से दिनभर नशेड़ी घूमते रहते हैं।
मारपीट, छोटी-मोटी छिनैती की घटनाएं भी सामने आती हैं।
नशेडि़यों की सक्रियता से एक्सीडेंट के मामले भी सामने आते हैं।
नदी का किनारा होने से कारोबारियों को आसान ठिकाना मिलता है।
पुलिस की छापेमारी पर नदी पार करके इस पार से उस पार फरार हो जाते हैं।
वर्जन
इस बात की जानकारी मिली है कि राप्ती नदी के पुल के पास एरिया में अवैध कारोबार होता है। इसलिए पुलिस टीम को एक्टिव किया गया है। राजघाट और गीडा पुलिस की टीम ने स्मैक और गांजा के धंधे में शामिल लोगों को अरेस्ट किया है। उनसे पूछताछ के आधार पर अन्य की तलाश चल रही है। इसके पूर्व भी कई बार छापेमारी हुई है।
- डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी