- 1.32 लाख रुपये मूल्य के 73 आरक्षित ई-टिकट बरामद

- आइआरसीटीसी की वेबसाइट में सेंधमारी कर चला रहे कारोबार

कोरोना वायरस के बीच मुंबई-दिल्ली समेत अन्य शहरों के लिए सीमित संख्या में चल रही ट्रेनों में भी टिकट के दलाल सक्रिय हो गए हैं। रविवार को अनधिकृत तरीक से ई-टिकटिंग में संलिप्त दो दलालों को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और क्राइम इंटेलिजेंस ब्यूरो (सीआइबी) रेलवे की संयुक्त टीम ने अरेस्ट किया है। आरोपितों के पास से 1.32 लाख रुपये मूल्य के 73 अदद आरक्षित ई-टिकट बरामद किए गए हैं।

आरपीएफ इंस्पेक्टर नरेंद्र यादव ने बताया कि अवैध टिकट कारोबार की लगातार मिल रही सूचना पर मय टीम व अपराध शाखा के निरीक्षक दशरथ प्रसाद के साथ संयुक्त रूप से संतकबीरनगर जिले के महुली कस्बे में कोहिनूर ट्रेवल्स व इसरार ट्रेवल्स पर छापेमारी की गई। कोहिनूर के संचालक जमशेद और इसरार के संचालक इसरार को मौके पर ही धबोचा लिया। पूछताछ में दोनों आरोपितों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। तलाशी में आरोपितों के पास से ई-टिकट के अलावा चार लैपटाप, 37 हजार रुपये नकद बरामद किए गए हैं।

इंस्पेक्टर ने बताया कि दोनों आरोपित (आईआरसीटीसी) इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन के अधिकृत एजेंट हैं। लेकिन वेबसाइट में खुद के एक साफ्टवेयर की मदद से सेंधकारी कर अनधिकृत तरीके से ई-टिकटिंग के कारोबार में संलिप्त थे। दोनों क्रमश: आठ और तीन साल से यह अनधिकृत कारोबार चला रहे थे। इंस्पेक्टर ने बताया कि अन्य जानकारियां जुटाई जा रही है। टीम में सहायक उप निरीक्षक रविंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, आनंद यादव, आलोक कुमार सिंह, कौशल कुमार सिंह, कांस्टेबल सुनील यादव, अजय कुमार प्रसाद, राजेश यादव, रामशेष यादव, मुन्ना कुमार शाह, मो। इजहार, सुरेंद्र गौतम, महेंद्र सिंह शामिल रहे। दोनों आरोपितों को रेलवे मजिस्ट्रेट ने जेल भेज दिया है।