- ब्लड देकर जान बचाने के लिए बटोर चुके हैं चर्चा

- मंगलवार को ज्वाइन कर सकते हैं विजय किरण आनंद

GORAKHPUR: जिले में तीन साल चार माह का कार्यकाल पूरा करने के बाद के। विज्येंद्र पांडियन मूल कैडर में वापस हो गए हैं। मार्च 2018 में उन्होंने बतौर डीएम कार्यभार ग्रहण किया था। सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराकर डेवलपमेंट वर्क के लिए के। विज्येंद्र पांडियन ने भूमि मुहैया कराई। उधर जिले के नए डीएम विजय किरण आनंद मंगलवार को कार्यभार ग्रहण कर सकते हैं। वह गोरखपुर पहुंचने के पहले सोशल मीडिया पर छा गए हैं।

बेसिक शिक्षा विभाग में किए कई सुधार

रचनात्मक कार्यशैली के लिए फेमस, 2009 बैच के आईएएस अफसर विजय ने मेलाधिकारी के रूप में कुंभ 2019 को सफल बनाने में अहम योगदान निभाया था। कुंभ के बाद उनको शासन ने महानिदेशक बेसिक शिक्षा की जिम्मेदारी दी। इस दौरान उन्होंने बेसिक शिक्षा में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए। शिक्षकों की उपस्थिति और अन्य सेवाओं के लिए प्रेरणा एप लांच करने का श्रेय विजय किरण आनंद को जाता है। शिक्षकों के भारी विरोध के बावजूद इस व्यवस्था को लागू किया गया। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य बदलाव भी किए थे।

2009 बैच के आईएएस अफसर हैं विजय किरण आनंद

तेज तर्रार अफसरों की लिस्ट में विजय किरन आनंद की गणना होती है। वर्ष 2009 बैच के आईएएस विजय किरण आनंद मूल रूप से बंगलूरू के रहने वाले हैं। उनकी पहली पोस्टिंग बागपत में बतौर एसडीएम हुई थी। इसके बाद उनको सीडीओ बाराबंकी बनाया गया। बतौर डीएम उन्होंने शाहजहांपुर और वाराणसी में काम किया। उत्तर प्रदेश महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परिजयोजना निदेशक के पद पर तैनात रहे हैं।

खुले में नेचुरल काल के खिलाफ चलाया अभियान

शाहजहांपुर में डीएम रहते हुए विजय किरण आनंद ने खुले में नेचुरल काल के खिलाफ जमकर अभियान चलाया था। अतिक्रमण को लेकर वह विशेष कैंपेन चलाते हैं। पब्लिक की शिकायतों के निस्तारण को लेकर वह हमेशा तत्पर रहते हैं। शाहजहांपुर में तैनाती के दौरान वह अस्पताल में गए थे। तब उन्होंने ब्लड डोनेट करके एक युवती की जान बचाई थी। तब पीडि़त लड़की ने उनको अपना भगवान बताया था। यह मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है।