-अपराध पर लगाम कसने की कवायद

-एसएसपी ने शुरू की फाइलों की पैरवी

GORALHPUR: जिले में चार नए थानों के निर्माण की फाइलों पर जमा धूल छंटने लगी है। सीएम सिटी में नए थानों के निर्माण को लेकर महकमा सक्रिय हुआ है। एसएसपी रामलाल वर्मा खुद पैरवी कर जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू कराने की कोशिश में लगे हैं। एसएसपी ने कहा कि क्राइम कंट्रोल के लिए चार नए थानों का प्रपोजल भेजा गया था। इसको लेकर काम चल रहा है।

कैंट थाना में सबसे से अधिक चौकियां

जिले में सबसे बड़ा क्षेत्रफल कैंट थाना का है। कैंट थाना में कुल 10 पुलिस चौकियां है। दूसरे नंबर पर शाहपुर थाना है। इसके अलावा राजघाट, कोतवाली, खोराबार में चार-चार पुलिस चौकियां हैं। 2008 में 25 हजार की आबादी पर एक पुलिस चौकी और 50 हजार की आबादी पर थाना बनाने का निर्देश दिया गया था। जिले में रामगढ़ताल पुलिस चौकी को थाना बनाने का प्रस्ताव काफी पुराना है। जबकि, मछलीगांव, रेलवे कालोनी और एयरफोर्स पुलिस चौकी को नए तरीके से शामिल किया गया है।

थाना पुलिस चौकी

कोतवाली 04

राजघाट 04

कैंट 10

शाहपुर 06

खोराबार 04

गोरखनाथ 01

चिलुआताल 03

गुलरिहा 03

कैपियरगंज 03

पीपीगंज 01

सहजनवां 02

हरपुर बुदहट 01

चौरीचौरा 02

झंगहा 02

बड़हलगंज 02

बांसगांव 03

बेलीपार 01

गगहा 02

खजनी 02

बेलघाट 01

इन पुलिस चौकियों को बनाएंगे थाना

-खोराबार थाने की रामगढ़ ताल पुलिस चौकी

-कैंपियरगंज थाना क्षेत्र की मछली गांव चौकी

-कैंट थाना क्षेत्र की रेलवे कॉलोनी पुलिस चौकी

-कैंट थाना क्षेत्र की एयरफोर्स पुलिस चौकी

यह हैं नए थाने बनाने के मानक

- शहर में थाना निर्माण के लिए कम से कम 50 हजार जनसंख्या होनी चाहिए।

- देहात एरिया में नए थाना के निर्माण के लिए जनसंख्या 75 हजार होनी चाहिए।

- पिछले तीन साल के भीतर हुए अपराध का स्तर थाना के बरामर होना चाहिए।

- लूट, हत्या, डकैती, मर्डर सहित अन्य स्पेशल रिपोर्ट केस में पांच साल के भीतर की तादाद ठीक होनी चाहिए।

वर्जन

नई पुलिस चौकी बनाने के लिए प्रस्ताव पेडिंग पड़े थे। उनकी पैरवी कर जल्द से जल्द बजट आवंटित कराया जाएगा। नए थानों के निर्माण से क्राइम कंट्रोल, पब्लिक की प्राब्लम की समस्या दूर करने में मदद मिलेगी।

रामलाल वर्मा, एसएसपी