गोरखपुर (ब्यूरो)। मैंने दूसरे नंबर से 5000 रुपए तुम्हारे अकाउंट में भेजे हैं। जरा पैसे इस नंबर पर ट्रांसफर कर दो। इतना कहते ही युवती ने अपना मोबाइल देखा तो पैसा क्रेडिट का मैसेज आया था। उसने भी बिना जाने समझे पैसे भेज दिए। थोड़ी देर बाद जब अकाउंट से पैसे कटे तब उसे जानकारी हुई कि उसके साथ ठगी हो गई है। आनन-फानन में उसने साइबर सेल को इसकी सूचना दी।

रिश्तेदार बन दस हजार उड़ाए

इसी तरह राजघाट एरिया में एक युवक के पास मोबाइल पर पैसा क्रेडिट होने का मैसेज आया। अभी युवक मैसेज देख ही रहा था, तभी कॉल आई। उधर से आवाज आई कि रवि मैं तुम्हारा रिश्तेदार बोल रहा हूंं। मैं एक जगह फंस गया हूं, मुझे पैसे की जरूरत है। मैंने दूसरे नंबर से तुम्हारे पास 10 हजार रुपए भेज दिए हैं। इसे इस नंबर पर तत्काल भेजो। रवि ने भी बिना समझे पैसे भेज दिए। फिर बाद में उसे भी ठगी की जानकारी हुई। तब उसने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई।

ऑनलाइन खरीदरी भी देखकर करें

त्योहार का सीजन है, ऑनलाइन खरीदारी करते समय भी सावधानी बरतें। विजय चौक एरिया में एक महिला के साथ ऑनलाइन खरीदारी में फ्रॉड हो गया। अभी एक सप्ताह पहले उन्होंने ऑनलाइन एप से आर्टिफिशियल ज्वेलरी मंगाई। कुछ ही दिन बाद उनके पास कोरियर आया। महिला ने 1250 रुपए दिए। जब पैकेट खोला तो उसमे टूटे हुई पुरानी टाइप की माला था। महिला ने तुरंत कंज्यूमर फोरम में इसकी शिकायत दर्ज कराई।

विश्वास में आए तो गंवा देंगे पैसे

साइबर सेल प्रभारी संदीप कुमार सिंह का कहना है कि फ्रॉडस्टर हमेशा अपना ठगी का तरीका बदलते रहते हैं। वर्तमान समय में कुछ ऐसे केस आए हैं, जिसमे रिश्तेदार और पापा के दोस्त बनकर फ्रॉडस्टर ने लोगों को चूना लगाया है। जब भी आपके पास कोई पैसा क्रेडिट होने का मैसेज आए तो अकाउंट में चेक कीजिए कितना बैलेंस हैं। वह मैसेज फ्राडस्टर द्वारा भेजा गया भी हो सकता है। इसलिए टेलीफोनिक किसी पर भी बिना जाने समझे विश्वास नहीं करें।

हर थाने से पांच पुलिस कर्मी को दी गई ट्रेनिंग

ऑनलाइन बढ़ते फ्रॉड को देखते हुए शनिवार को एनेक्सी भवन में वर्कशॉप भी आर्गनाइज की गई। जिसमे एक्सपर्ट द्वारा हर थाने से आए 5-5 पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई। ताकि पुलिस कर्मी अधिक से अधिक लोगों को अवेयर कर सकें।

वर्तमान समय में हो रहे ऐसे फ्रॉड

। लोन एप से कर्ज देने के नाम पर

। इंवेस्टमेंट के नाम पर

। टेलीग्राम पर टास्क देकर

। मैरेटियल एप से

यहां करें शिकायत

यहां तत्काल करें शिकायत -1930

साइबर सेल

साइबर अपराध थाना गोरखपुर

हर थाने से 5-5 पुलिस कर्मियों को वर्कशाप में ट्रेनिंग दी गई है। पुलिस कर्मी पब्लिक को अवेयर करेंगे। ऑनलाइन फ्रॉड हो जाने की स्थिति में उनकी मदद भी करेंगे।

- इंदु प्रभा सिंह, एसपी क्राइम