गोरखपुर (ब्यूरो)।अगर ऐसा हो जाए तो सरकार महंगाई पर कुछ काबू पाया जा सकता है, जिससे आम आदमी को इसका सीधा फायदा मिलेगा। ऐसे में सवाल है कि अगर पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में होता है तो पब्लिक को किस रेट में मिलेगा। सीए और कर सलाहकारों की मानें तो यदि पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आता है तो रविवार के रेट के हिसाब से पेट्रोल 77.07 रुपए और डीजल 62.73 रुपए लीटर मिल सकता है।

ऐसे लगता है पेट्रोल-डीजल टैक्स

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगभग 50 परसेंट टैक्स होता है। ऐसे में अगर एक आम आदमी समझना चाहे कि उसने एक लीटर पेट्रोल पर कितना टैक्स दिया तो इस उदाहरण से समझ सकते हैं। अगर आप एक लीटर पेट्रोल के लिए 96.83 रुपए देते हैं तो इसमें से 48.41 रुपए का टैक्स सरकारी खजाने में जाता है। 27.90 रुपए इसपर एक्साइज ड्यूटी लगती है और 17.13 रुपए का वैट (डीलर कमीशन पर वैट शामिल) है। इसमें डीलर कमीशन 2.91 रुपए प्रति लीटर होता है। वहीं, बात अगर डीजल की करें तो मान लीजिए गोरखपुर में डीजल की कीमत 90.01 रुपए प्रति लीटर है। इसमें से 38 रुपए से भी ज्यादा सरकार के खजाने में जाता है। डीलर एक्सक्लूडिंग एक्साइज ड्यूटी और वैट मिलाकर एक लीटर डीजल में से 58.16 रुपए सरकारों के हिस्से में जाते हैं। यह लगभग एक लीटर डीजल के दाम का 60 परसेंट हिस्सा है।

गोरखपुर में कितना सस्ता होगा डीजल-पेट्रोल

पेट्रोल और डीजल की कीमतें में लगभग 46 परसेंट तक टैक्स शामिल होता है। वहीं, जब इसे जीएसटी में शामिल कर लिया जाएगा तो जीएसटी के सबसे अधिक स्लैब होने पर भी इस पर महज 28 परसेंट ही टैक्स रह जाएगा। इस तरह पेट्रोल और डीजल की कीमत काफी कम हो जाएगी। फिर बेसिक प्राइज पर सिर्फ इतना ही टैक्स देना होगा। इसके बाद राज्यों की ओर से लिया जाने वाले वैट खत्म हो जाएगा। फिर व्यवस्था गैस सिलेंडर की तरह हो जाएगी। जो आम लोगों के लिए बहुत बड़ी राहत होगी। गोरखपुर चैप्टर के सचिव सीए राशिद मुस्तिफा मुताबिक, अगर पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में शामिल किया जाता है तो देश भर में इसकी कीमत में कमी आ सकती है। ऐसे में अनुमान लगाया जाता है कि पेट्रोल लगभग 77.07 रुपए प्रति लीटर और डीजल करीब 62.73 रुपए प्रति लीटर तक हो सकता है। हालांकि, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आखिर सरकार पेट्रोल-डीजल को किस जीएसटी स्लैब में शामिल करती है। इसके बाद ही जीएसटी लगने के बाद की सही रेट के बारे में पता लगाया जा सकेगा।

अगर सरकार ऐसा करती है तो यह स्वागत योग्य फैसला है। पब्लिक को महंगाई से राहत मिलेगी। खाने-पीने से लेकर साग-सब्जी सभी सस्ते होंगे। ट्रांसपोर्टेशन का चार्ज कम हो जाएगा।

राजन शाही, मंडल अध्यक्ष, पेट्रोलियम टे्रडर्स एसोसिएशन, गोरखपुर मंडल

पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आने से पेट्रेाल पंप ओनर पर कोई फर्क नहीं बढ़ेगा, क्योंकि अधिकांश पेट्रोल पंप कमीशन बेस पर रहते है। तीन रुपए के करीब कमीशन मिलता है।

राहुल राय, पेट्रोल पंप ओनर

जीएसटी स्लैब पर रेट निर्भर करेगा, लेकिन 28 परसेंट मानकर चला जाए तो पेट्रोल 77.07 रुपए और डीजल 62.73 रुपए पूरा अनुमान है इतना होगा।

सीए राशिद मुस्तफा, सेक्रेट्री गोरखपुर चैप्टर