- कोरोना पेंडमिक में सरकारी अस्पतालों में जारी रहा साल भर रूटीन टीकाकरण

- सोमवार से शुरू हुए कोविड वैक्सीनेशन में अर्बन और रूरल टीकाकरण होगा प्रभावित

GORAKHPUR: कोरोना से बचाव के लिए अर्बन और रूरल हेल्थ सेंटर्स पर अब हफ्ते में छह दिन वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। वहीं रूटीन टीकों के लिए भी मारा-मारी हो रही है। ऐसे में विभाग के लिए कोरोना वैक्सीनेशन बड़ी चुनौती बन गया है। पीएचसी-सीएचसी पर लोगों की भीड़ उमड़ने से डेली रूटीन के टीके प्रभावित होने लगे हैं। मंगलवार को समस्या सामने आने के बाद रूटीन टीका लगाने के लिए पहुंच रहे मरीजों को वापस किया जा रहा है। वार्ड नंबर 18 के अकोलवा पीएचसी पर पोलियो का टीका लगवाने गए लोगों को यह कहकर लौटा दिया गया कि पहले कोरोना के इंजेक्शन लगाए जाने के बाद ही कुछ हो पाएगा।

बढ़े केस तो वैक्सीनेशन की भीड़

देशभर के विभिन्न राज्यों व जिलों में केस बढ़ने लगे हैं। इसको देखते हुए अब लोग खुद ही वैक्सीनेशन के लिए नजदीकी बूथ पर पहुंच रहे हैं। आलम यह है कि पीएचसी बसंतपुर, रुस्तमपुर समेत दो दर्जन से उपर पीएचसी-सीेचसी पर भीड़ होने लगी है। यहां भी कोरोना वैक्सीनेशन की वजह से डेली रूटीन के वैक्सीनेशन प्रभावित होने शुरू हो गए है।

लगाई गई है टीम

- बसंतपुर पीएचसी के मेडिकल ऑफिसर डॉ। पल्लवी बताती हैं कि कोविड वैक्सीनेशन को पहली प्राथमिकता दी जा रही है।

- कोविड वैक्सीनेशन के लिए टीम लगाई गई है।

- रूटीन वैक्सीनेशन के लिए जो पहुंचता है, कोशिश रहती है कि उनका वैक्सीनेशन हो जाए।

- अगर डेट देने पर वह मान जाते हैं तो एक्सटेंड कर दी जाती है। उनके डोजेज जरूर लगाए जाएंगे।

- वहीं जाफरा बाजार पीएचसी की डॉ। नेहा कपूर बताती हैं कि कोविड वैक्सीनेशन पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है, लेकिन डेली रूटीन को वैक्सीन को हम इग्नोर नहीं कर सकते हैं।

- इसलिए उसे भी लगाने के लिए एक स्टाफ को तैनात किया गया है।

कोरोना पेंडमिक में जारी रहा डेली रूटीन वैक्सीनेशन

- कोरोना पेंडमिक में सीएमओ दफ्तर से लगातार 23 अर्बन व 19 रूरल पीएचसी-सीएचसी पर जारी रहा वैक्सीनेशन।

- कोरोना पेंडमिक में ओपीवी (ओरल पोलियो वैक्सीन)

- डीपीटी (इंफेक्शन डिजीज में दिए जाने वाला इंजेक्शन)

- बीसीजी (फॉर ट्यूबरक्यूलोसिस)

- टीडी (टीटनेस )

- आईपीवी (इन एक्टिवेटेड पोलियो)

- जेई (जापानी इंसेफेलाइटिस )

- हेपेटाइटिस बी (इम्यून ग्लोबुलिन शुड बी गिवेन इन एडिशन टू न वैक्सीन)

- पेंटावैलेट (डिफ्थेरिया, टीटनेस, हेपेटाइटिस बी)

- रोटा वायरस (प्रोटेक्ट अंगेस्ट रोटा वाइरस इंफेक्शन डायरिया)

- एमआर (मीजल्स रूबेला )

- पीसीबी (न्यूमोकोकल कंज्यूगेट वैक्सीन )

सबसे ज्यादा पोलियो का टीका

- सबसे ज्यादा पोलियो के लिए लगाए जाने वाला टीका बीओपीवी को लगाया गया।

-वैक्सीन इंचार्ज दिलीप श्रीवास्तव बताते हैं कि एक अप्रैल 2020 से अब तक बीओपीवी का 6,37,860 डोज टीका लगाया जा चुका है।

-वहीं 2,92,000 डोज एमआर का टीका लगाया गया।

-इसके अलावा आधा दर्जन ऐसे टीका हैं, जो बच्चों को लगाया जाना जरूरी है। यह सभी टीके 0-15 वर्ष तक के बच्चों को लगाए जाने वाले टीके हैं।

-जिसे कॉन्टीन्यू लगाया गया, लेकिन अब कोरोना वैक्सीनेशन को देखते हुए जो डिमांड है, उसे भी भेज दिया जाएगा।

कोविड वैक्सीनेशन के साथ-साथ डेली रूटीन की वैक्सीन भी लगाई जाएंगी। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए चूंकि भीड़ बढ़ रही है तो इसका भी ध्यान दिया जा रहा है।

डॉ। सुधाकर पांडेय, सीएमओ