गोरखपुर (ब्यूरो)।जिला अस्पताल में भी प्रतिदिन 70-80 केसेज हार्ट अटैक के आ रहे हैैं। कॉर्डियोलाजिस्ट की माने तो 30 वर्ष से उपर के युवाओं में जो केसेज आ रहे हैैं उनमें मुख्य रूप से तीन वजहें हैैं। पहला स्मोकिंग, स्ट्रेस और इन हैबिचुअल लाइफ स्टाइल है। लेकिन जो महिलाओं में हार्ट के केसेज आ रहे हैैं। उनमें स्टे्रेस, इन हैबिचुअल लाइफ स्टाइल, जंक फूड आदि है।

हंसते, खेलते हार्ट अटैक के शिकार हो रहे युवा

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के हार्ट डिपार्टमेंट में भी मरीजों के तादाद बढ़ रहे हैैं। बीआरडी मेडिकल कालेज के ह्दय रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। नीरज चौधरी ने बताया कि यंगस्टर्स की लाइफ स्टाइल तेजी के साथ बदल रही हैैं। अगर वह समय से नहीं चेते तो आने वाले दिनों में हार्ट अटैक केसेज और बढ़ेंगे। ऐेसे में अपने लाइफ स्टाइल और स्मोकिंग, स्ट्रेस आदि से दूर रहना होगा। जितनी तेजी के साथ युवा स्मोकिंग कर रहे हैैं, वहीं लड़कियों में भी यह तेजी के साथ शौक बढ़ रहा है। वहीं कॉर्डियोलाजिस्ट डॉ। आसिफ शकील ने बताया कि भारत में लगभग हर रोज ऐसे केस सामने आ रहे है। जो लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। यहीं नहीं फिलहाल कई मामले सामने आए हैं, जिनमें हार्ट अटैक के आते ही उनकी मौत हो जाती है। ऐसे कई मामले कैमरा में कैद भी हुए हैं कि अचानक कोई इंसान हंसते, खेलते, चलते, नाचते गिर जाता है और उनकी मौत हो जाती है।

व्यायाम न करने से भी बढ़ रहे केसेज

डॉ। अखिलेश पटेल ने बताया कि हार्ट अटैक का मामला युवाओं में देखने को मिल रहे हैं। ठंड के मौसम में हाई ब्लड प्रेशर, खराब खान पान की आदतें, व्यायाम ना करना और तनाव के कारण ऐसे मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। रिसर्च के अनुसार सर्दियों में जब बाहर का मौसम ठंडा होता है, तो बड़ी संख्या में लोग हार्ट अटैक के शिकार होने लगते हैं।

इन लोगों को हैै ज्यादा खतरा

- कार्डियोलाजिस्ट डॉ। रोहित गुप्ता बताते हैैं कि पहले से मौजूद जोखिम कारकों वाले लोगों में हार्ट अटैक की संभावना ज्यादा है।

- धूम्रपान करने वाले, मोटे लोग, हाई ब्लड प्रेशर वाले पेशेंट्स, अत्यधिक शराब का सेवन करने वाले पेशेंट्स या जिनका पहले से ही हार्ट का इलाज चल रहा हो।

- उचित दवा और नियमित फॉलो-अप के माध्यम से ब्लड प्रेशर बनाए रखें

- सलाह के अनुसार जारी रखने के लिए सभी दवाएं लें

- अत्यधिक ठंड के संपर्क में आने से बचें और उचित कपड़े पहनें

- नमक के अत्यधिक सेवन से बचें।

- अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतों और अत्यधिक खाने से बचें, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

- व्यायाम करें, लेकिन ज्यादा नहीं।