गोरखपुर (ब्यूरो)।मेजबान एमएमएमयूटी ओवरआल चैंपियन रहा। कुल 22 कॉम्प्टीशन में एमएमएमयूटी के प्लेयर्स ने बाजी मारी, जबकि अन्य संस्थानों के कुल 10 खिलाड़ी विनर रहे। कॉम्प्टीशन के दूसरे दिन चार गुणा 100 मीटर रिले दौड़ बालक और बालिका दोनों वर्गों में एमएमएमयूटी फस्र्ट पोजीशन पर रहा। चेस बालक और बालिका वर्ग में भी एमएमएमयूटी की टीमें अव्वल रहीं। खो खो बालिका वर्ग में आईटीएम गीडा और बालक वर्ग में एमएमएमयूटी की टीमें प्रथम रहीं। वॉलीबाल, कबड्डी, टेबल टेनिस और बैडमिंटन में भी बालक और बालिका दोनों ही वर्गों में मेजबान एमएमएमयूटी ने खिताबी जीत हासिल की। बास्केटबाल बालक वर्ग में एमएमएमयूटी ने और बालिका वर्ग में आईटीएम गोरखपुर ने जीत हासिल की।

हाई जंप में सचिन चमके

एथलेटिक्स में 800 मीटर दौड़ बालिका वर्ग में सरदार पटेल कॉलेज ऑफ फार्मेसी की सोनी प्रथम रहीं। 800 मी। बालक वर्ग में बीआईटी के आदर्श पाण्डेय प्रथम रहे। हाई जंप में एमएमएमयूटी के सचिन कुमार ने प्रथम स्थान हासिल किया। ऊंची कूद बालिका वर्ग में केआईपीएम की मंजुलता शर्मा ने जीत हासिल की। गोला फेंक बालक वर्ग में एमएमएमयूटी के प्रियांशु साहनी और बालिका वर्ग में बीआईटी की इशिता सिंह ने बाजी मारी। सौ मीटर दौड़ में एमएमएमयूटी के आदित्य कनौजिया ने बालक वर्ग तथा स्नेहा गुप्ता ने बालिका वर्ग में प्रथम स्थान हासिल किया। चार सौ मी। दौड़ बालक में बीआईटी के प्रिंस यादव ने तथा बालिका में एमएमएमयूटी की हिमानी राजपूत अव्व्ल रहे। भला फेंक बालक में आईटीएम के दीपक यादव और बालिका में एमएमएमयूटी की वंशिका निगम प्रथम रहे।

खेल से स्वस्थ मन का विकास

समापन समारोह के चीफ गेस्ट वीसी प्रो। जेपी सैनी ने विजेता प्लेयर्स एवं टीमों को मेडल और सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खेल भावना महत्वपूर्ण है, खेल के परिणाम कुछ भी हों। खेल केवल हारने या जीतने के लिए नहीं होता है बल्कि खेल भावना विकसित करने के लिए होता है। खेल से शरीर ही नहीं स्वस्थ मन का भी विकास होता है। छात्र क्रिया कलाप परिषद के अध्यक्ष प्रो। राकेश कुमार ने खेल महोत्सव का विवरण प्रस्तुत किया। डॉ। राजन मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन एवं डॉ। अभिजित मिश्र ने संचालन किया। कॉम्प्टीशन के पर्यवेक्षक के रूप में एकेटीयू के डॉ। सुयश नारायण मिश्र मौजूद रहे। समापन समारोह में प्रो। पीके सिंह, डॉ। नवदीप सिंह, अरूण सिंह, डॉ। हरीश चंद्र, प्रो। शिव प्रकाश, प्रो। एसके श्रीवास्तव, बिजेंद्र पुष्कर, डॉ। उग्रसेन, डॉ। अवधेश कुमार, डॉ। शेखर यादव, डॉ। ज्योति आदि मौजूद रहीं।