गोरखपुर (अनुराग पांडेय).यहां आने वाली शिकायतें सबसे अधिक महिलाओं की होती हैं। इनके अलावा पति भी कई मामलों में अपनी शिकायत लेकर आते हैं। पति की तरफ से जो शिकायतें आती हैं, उसमे सबसे अधिक मायके का इंटरफेयर का मामला है। प्रभारी ने बताया कि शाहपुर इलाके के एक युवक ने बताया कि शादी के बाद पत्नी घर आ गई लेकिन दिन भर वो अपने मायके बात करने में व्यस्त रहती है। उसे मेरे माता-पिता और परिवार से कोई मतलब ही नहीं है। इस हाल में मैं अब उसके साथ नहीं रह सकता हूं।
शराब की आदत भी तोड़ रही परिवार
प्रभारी ने बताया कि युवकों के शराब की लत की वजह से भी परिवार टूटने की कगार पर पहुंच रहा है। शादी के बाद लड़की और उसके मायके वाले शराब के लत की शिकायत लेकर आते हैं। उनकी शिकायत रहती है कि शादी के पहले बताया गया था कि लड़का कोई नशा नहीं करता है। शादी के बाद पता चला कि लड़का सुबह शाम शराब पीता है। इतना ही नहीं शराब पीकर लड़की और उसके घरवालों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करता है।
नई शादियों की कमजोर पड़ रही डोर
प्रभारी भूपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि कुछ मामले आते हैं जो दस साल या 15 साल पुरानी शादी के बाद परिवार में विवाद होता है। सबसे अधिक मामले नई नवेली शादियों वाले आते हैं। परिवार परामर्श केंद्र 3 अप्रैल को शुरू हुआ। 27 अप्रैल तक यहां पर 264 मामले आए हैं। जिसमें से 102 मामलों में टीम ने सुलह कराकर परिवार को जोड़ा है। यहां पर 11 काउंसलर की टीम चार से पांच बार अलग-अलग दिन बुलाकर परिवार से बातें कर उनकी काउंसिलिंग करती है।
फैक्ट फिगर
रूरल एरियाज से आते हैं अधिक मामले
कुल आए प्रार्थना पत्र- 264
सुलह हुए - 109
परिवार ने अलग रहने का फैसला लिया - 102
इन मामलों में चल रही काउंसिलिंग- 22
परिवार टूटने कारण
- लड़की के मायके का इंटरफेयर
- लड़के की शराब की लत
- दूसरे के चक्कर में पति या पत्नी
हमारी कोशिश रहती है कि परिवार को टूटने से बचाया जाए। इस समय नई-नई शादियों के एक दो साल बाद ही पति पत्नी के रिश्ते टूटने के कगार पर पहुंच जा रहे हैं। इसके कई कारण हैं। हमारे यहां 11 काउंसलर रखे गए हैं जो इनकी काउंसिलिंग करते हैं।
- भूपेन्द्र मिश्रा, प्रभारी, परिवार परामर्श केन्द्र