गोरखपुर (ब्यूरो)। वीसी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दो क्रेडिट का कोर्स भी तैयार किया है। जिसे, छात्रों के लिए अनिवार्य बनाया गया है। मकसद उनके सिद्धांतों और विचारों से आज की युवा पीढ़ी को अवगत कराना है। चीफ गेस्ट नगर विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा, विचारधाराओं की कोई दलगत सीमा नहीं होती है। महात्मा गांधी, राममनोहर लोहिया और पंडित दीनदयाल जी के विचार समाज के सकारात्मक विकास, सभी के विकास पर आधारित थे। पंडित दीनदयाल की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम अनुकरणीय पहल है। इसे हमेशा जारी रखा जाए। दीनदयाल शोधपीठ के निदेशक प्रो। संजीत गुप्ता ने कहा कि अतिथियों का स्वागत करते हुए स्मृति सप्ताह के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। आभार ज्ञापन संस्कृत विभाग की प्रो। डॉ। रंजत लता ने किया।

पंडित दीनदयाल की प्रतिमा पर किया पुष्पार्चन

कार्यक्रम से पहले नगर विधायक डॉ। राधा मोहनदास अग्रवाल और वीसी प्रो। राजेश सिंह ने प्रशासनिक भवन स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा निवेदित की। इसके बाद यूनिवर्सिटी के डीन, एचओडी समेत टीचर्स, अधिकारियों और कर्मचारियों ने पुष्प अर्पित किया।

विजेताओं को किया सम्मानित

प्रोग्राम के दौरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति सप्ताह के अंतर्गत आयोजित चित्रकला, वाद विवाद, निबंध, स्लोगन एवं कविता समेत विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को चीफ गेस्ट और वीसी ने स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। अनिकेत जायसवाल, अंशिका तिवारी, अनुष्का, हर्षिता, आंचल, माहीन, प्रियांशु, रिशु, धर्मराज, विनीता और हर्षित को सम्मानित किया गया।

मानववाद की एकात्मता के प्रतिरूप थे दीनदयाल : डॉ। राजेश

दीनदयाल उपाध्याय के पुण्यतिथि पर विवेकानंद विद्यार्थी स्वाध्याय संघ की ओर से विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी के चीफ गेस्ट राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ। राजेश चंद्र गुप्त रहे। उन्होंने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि एकात्म मानव दर्शन व्यक्ति से समष्ठि के संबंध का दर्शन है। यह सूक्ष्मता से विराट की यात्रा है। यह लघुता से गुरुता की वैचारिक अभिव्यक्ति है। राजेश चंद्र ने इस अवसर पर उच्च शिक्षा के सिलेबस और प्रशासनिक प्रशिक्षण में उनके एकात्म मानववाद के दर्शन को शामिल करने की सरकार की सैद्धांतिक नीति की सराहना भी की। गोष्ठी में इंजीनियर गौरव शर्मा, इंजीनियर नवनीत कुमार यादव, शोध छात्र महर्षि यादव, चित्रेश कुमार गुप्ता, रविंद्र श्रीवास्तव, विकास खरे ,शिवेंद्र खरे, कुमार गौरव श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।