गोरखपुर (ब्यूरो)।तब उसने जेई को सबक सिखाने के लिए एंटी करप्शन की टीम को सारी बात बताई। कंप्लेन के बाद रंगे हाथों बस्ती जिले के बिजली विभाग के जेई राघवेन्द्र प्रताप सिंह को एंटी करप्शन की टीम ने ट्रैप किया। अब जेई जेल में है। इसी तरह गोरखपुर एंटी करप्शन टीम ने 9 जिलों में कई बड़ी कार्रवाई कर भ्रष्टचारियों पर शिकंजा कसा है।

9 जिलों में एक्टिव टीम

गोरखपुर एंटी करप्शन की टीम 9 जिलों में एक्टिव है। यह टीम महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, संतकबीर नगर, बस्ती, आजमगढ़, मऊ् और सिद्धार्थनगर में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों पर एक्शन लेती है।

एंटी करप्शन टीम की अब तक की कार्रवाई-

- 18 जनवरी 2022 को एंटी करप्शन की टीम ने संतकबीर नगर के सहायक लेखाकार अवधेश मिश्रा को 20 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 27 अप्रैल को एआरओ कार्यालय से वरिष्ठ सहायक लेखाकार सुशील मौर्या को 10 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 17 जून को हरैया बस्ती के लेखपाल घनश्याम चौधरी को दस हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 19 जून को महाराजगंज के लेखपाल सुभाष पटेल को 5 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 28 जुलाई को आजमगढ़ के लेखपाल अशोक कुमार उपाध्याय को 5 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 23 अगस्त को बस्ती के बिजली विभाग के जेई राघवेन्द्र प्रताप सिंह को 50 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 30 अगस्त को देवरिया बरहज तहसील के लेखपाल अशोक कुमार पाण्डेय को 5 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 23 सितंबर को देवरिया बिजली विभाग के बड़े बाबू उग्रसेन सिंह को 5 हजार के साथ ट्रैप किया।

- 23 नवंबर को बस्ती बिजली विभाग के जेई राजेश प्रजापति और प्राइवेट पर्सन राहुल कुमार को 10 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 30 नवंबर को मऊ विकास भवन के ग्राम विकास अधिकारी अमरेश सिंह को 20 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

- 6 दिसंबर को मधुबन, शिव मंदिर के संग्रह अमीन राजेश लाल को 15 हजार रुपए के साथ ट्रैप किया।

गोरखपुर में एंटी करप्शन का थाना

गोरखपुर पुलिस लाइन में एंटी करप्शन का नया थाना बनाया तैयार हो चुका है। अभी तक एंटी करप्शन इकाई यहां काम कर रही थी। अब यहां पर थाना भी बन गया है। इसका उद्घाटन 10 दिसंबर को प्रस्तावित है। इसके बाद यहां पर हर तरह की शिकायतें दर्ज हो सकेंगी। अभी तक यूपी में एंटी करप्शन के 9 थाने थे। गोरखपुर समेत 9 अन्य जिलों में नए थाने बनाए जाने का प्रपोजल पास होने के बाद अब प्रदेश में इनकी संख्या 18 हो जाएगी।

हमारी टीम 9 जिलों में काम करती है। इस साल 2022 में अब तक 11 ट्रैप कर भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को जेल भेजा गया है। अभी आगे और भी कार्रवाई जारी है।

संतोष कुमार दीक्षित, एंटी करप्शन प्रभारी